मुंबई। नार्थईस्ट युनाइटेड एफसी के कोच एल्को स्कोटेरी ने उन सभी आलोचकों को खामोश कर दिया है जिन्होंने उनकी टीम के हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में रहने पर हैरानी जताई थी।
आईएसएल के इतिहास में नार्थईस्ट ने पहली बार पांचवें सीजन में प्लेऑफ में क्वालीफाई किया है। लीग की शुरुआती आठ टीमों में नार्थईस्ट पहली ऐसी टीम थी जिसने चार सीजन तक प्लेऑफ में जगह नहीं बनाई थी, लेकिन इस सीजन स्कोटेरी ने हर किसी को गलत साबित किया।
स्कोटेरी ने ऐसा टीम के सीमित बजट और बड़े नामों के बिना किया। उनके पास बेहतरीन मिडफील्डर फेड्रिको गालेगो और स्ट्राइकर बार्थोलोमेव ओग्बेचे हैं। इन दोनों ने लीग के इस सीजन में लाजवाब प्रदर्शन किया है और निरंतरता हासिल की है, लेकिन नार्थईस्ट के शानदार खेल में एक सबसे अच्छी बात उसका मजबूत डिफेंस रहा है।
स्कोटेरी ने कहा, सीजन से पहले नार्थईस्ट को लेकर लोगों ने कहा था कि टीम का डिफेंस काफी कमजोर है, लेकिन हमने इस सीजन कम गोल खाए हैं। स्कोटेरी की टीम का लीग में डिफेंसिव रिकॉर्ड काफी अच्छा है। इस सीजन उसने 18 मैचों में सिर्फ 18 गोल किए हैं, जिसमें से पांच एफसी गोवा के खिलाफ एक ही मैच में आए थे।
जिस तरह के खिलाड़ी टीम के डिफेंस में हैं। साथ ही जिस तरह वह चोटों से परेशान रही है उसे देखते हुए नार्थईस्ट की यह उपलब्धि हासिल करना हैरान करने वाली बात ही है। शुरुआत में मिस्लाव कोर्मोस्की, माटो ग्राकिक ने अहम रोल निभाया था, लेकिन बाकी के डिफेंडर ज्यादा प्रभाव नहीं छोड़ पाए थे।
रीगन सिंह, रोर्बट लालथलामुआना और कीगन पेइरे ने औसत प्रदर्शन किया था। प्रोवट लाकड़ा पहली बार आईएसएल में खेल रहे थे, लेकिन फुल बैक ने टीम को अच्छी-खासी मजबूती दी। सेंट्रल डिफेंस में टीम के पास पवन कुमार और गुरविंदर सिंह भी अच्छे विकल्प साबित हुए।
स्कोटेरी की टीम कोर्मोस्की के चोट के कारण सीजन से बाहर हो जाने के कारण परेशान थी, लेकिन गुरविंदर ने उनकी भरपाई अच्छे से की। अब, हालांकि नार्थईस्ट के सामने प्लेऑफ से पहले एक और समस्या है। गुरविंदर को लीग चरण के आखिरी मैच में केरल ब्लास्टर्स के खिलाफ बाहर भेज दिया गया था, जिससे नार्थईस्ट की सेमीफाइनल में बेंगलुरु एफसी के खिलाफ मुश्किलें बढ़ गई हैं। (वार्ता)