बाकू (अजरबेजान)। राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदकधारी एल देवेंद्रो सिंह (49 किग्रा) ने अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ के विश्व ओलंपिक क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में जबकि अनुभवी मनोज कुमार (64 किग्रा) ने अंतिम-16 चरण में प्रवेश किया।
चौथे वरीय देवेंद्रो को शुरुआती राउंड में बाय मिला था, उन्होंने एकतरफा मुकाबले में अर्जेंटीना के लियांड्रो ब्लांक को 3-0 से शिकस्त दी जबकि राष्ट्रमंडल खेलों के पूर्व स्वर्ण पदकधारी मनोज ने दबदबे भरा प्रदर्शन करते हुए मिस्र के दूसरे वरीय मोहम्मद इस्लाम अहमद अली को 3-0 से पराजित किया।
एशियाई रजत पदकधारी देवेंद्रोर मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका के सिबुसिसो बांडला से भिड़ेंगे जिन्होंने अपनी प्री क्वार्टर फाइनल बाउट में कोरिया के ली ए चान को शिकस्त दी। 23 वर्षीय देवेंद्रो को अगर ओलंपिक खेलों के लिए स्थान सुनिश्चित करना है तो उन्हें फाइनल में जगह बनानी होगी।
राष्ट्रीय कोच गुरबक्श सिंह संधू ने कहा, देवेंद्रो ने अपने पंच का बेहतर इस्तेमाल किया। उनका अपरकट बहुत अच्छा और सटीक था। दूसरे राउंड में उनका पैर थोड़ा मुड़ गया था, लेकिन वे खुद ही हालात से निपटने में सफल रहे। वे तीनों राउंड में शानदार थे और उन्होंने सर्वसम्मति के फैसले से बाउट जीती।
वहीं मनोज अपने से मजबूत खिलाड़ियों को हराने के बाद रविवार को प्री क्वार्टर फाइनल बाउट में बुल्गारिया के आयरिन स्मेतोव से भिड़ेंगे। मनोज भी पूर्व एशियाई कांस्य पदकधारी हैं, वे अगर इस प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में पहुंच जाएंगे तो ओलंपिक स्थान सुनिश्चित कर लेंगे।
संधू ने कहा, मनोज ने शानदार प्रदर्शन किया, यह उनके करियर के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में से एक था। वे काफी समझदार थे, मैंने उन्हें कभी भी इतना संयमित नहीं देखा। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी को लंबी रेंज में रखा और मोहम्मद से करीबी संपर्क करने से बचे रहे।
टूर्नामेंट में मुक्केबाजों के पास 39 क्वालीफाइंग स्थान हासिल करने का मौका होगा, जिसमें 49 किग्रा में दो स्थान हैं। 52 किग्रा, 56 किग्रा, 60 किग्रा, 64 किग्रा, 69 किग्रा, 75 किग्रा और 81 किग्रा में पांच-पांच कोटे होंगे तथा 91 किग्रा, 91 से अधिक किग्रा में एक-एक स्थान होगा।
100 से अधिक देशों के 400 मुक्केबाज इस अंतिम क्वालीफाइंग टूर्नामेंट से कोटा हासिल करने में जुटे हैं। यह एमेच्योर मुक्केबाजों के लिए अंतिम क्वालीफायर है। भारत ने 56 किग्रा में किसी मुक्केबाज को नहीं भेजा है क्योंकि शिव थापा पहले ही मार्च में एशियाई क्वालीफायर्स के दौरान रियो खेलों के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं। (भाषा)