चेन्नई। मौजूदा चैम्पियन चेन्नईयन एफसी हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) 10वें दौर के मुकाबले में मंगलवार को एफसी पुणे सिटी को अपने घरेलू मैच में हराकर पूरे तीन अंक हासिल करना चाहेगा।
चेन्नई की स्थिति अभी ठीक नहीं है और इस सत्र में आठ टीमों की तालिका में चेन्नई की टीम अभी नौ मैचों से 10 अंक लेकर सातवें स्थान पर है। उसे दो मैचों में ही जीत मिल सकी है जबकि तीन मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। चार मुकाबले बराबरी पर छूटे हैं। दूसरी ओर, पुणे की टीम नौ मैचों से 12 अंकों के साथ पांचवें स्थान पर है। उसने तीन मैच जीते हैं जबकि तीन में उसकी हार हुई है। तीन मैच बराबरी पर छूटे हैं।
इस सत्र में ड्रॉ के साथ शुरुआत करने वाली चेन्नई की टीम को दूसरे मैच में दिल्ली डायनामोज के हाथों हार मिली थी लेकिन बाद में उसने वापसी करते हुए एफसी गोवा को 2-0 और नार्थईस्ट यूनाइटेड एफसी को 1-0 से हराया था। इसके बाद के पांच मैचों में उसे दो में हार मिली है जबकि तीन मुकाबले ड्रॉ रहे हैं।
पिछले पांच मैचों से उसे अधिकतम 15 में से सिर्फ तीन अंक मिल सके हैं। यह टीम प्रबंधन के लिए निश्चित रूप से चिंता का सबब है और वह इस स्थिति से हर हाल में निकलना चाहेगा। गत दो मैचों में चेन्नई को जिस तरह दिल्ली के हाथों 1-4 और केरल ब्लास्टर्स के हाथों 1-3 से हार मिली है, उससे उबरना हालांकि उसके लिए आसान नहीं होगा।
मैच से पहले आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कोच मार्को मातेराजी ने कहा, हमारे क्वालीफायर में पहुंचने की अच्छी संभानाएं हैं। यह तो तालिका में अंतिम स्थान पर काबिज गोवा भी सोच रहा है। अगर गोवा ऐसा कर सकता है तो हम भी इसके काबिल हैं। हम अपनी कोशिशें जारी रखेंगे। हमें मैदान में 30 हजार समर्थकों का समर्थन है और यह हमारे लिए मनोबल बढ़ाने वाला है।
चेन्नई को अपने घर में इस सीजन में सिर्फ एक जीत मिली है। गोवा को हराने के अलावा इस टीम ने घर में एक मैच गंवाया है जबकि दो मैच बराबरी पर छूटे हैं। इस सीजन में चेन्नई और पुणे के बीच पुणे में हुआ मुकाबला बराबरी पर छूटा था।
दूसरी ओर, पुणे ने अपने अंतिम मैच में मुम्बई सिटी एफसी को उसी के घर में हराया था और मजबूत आत्मविश्वास के साथ चेन्नई पहुंची है। एफसी गोवा के हाथों 0-1 से हार मिलने के बाद इस टीम ने जोरदार वापसी करते हुए अपने घर में एटलेटिको डी कोलकाता को 2-1 से हराया और फिर मुंबई पर उसी के घर में भारी पड़ा।
लगातार दो जीत ने तालिका में इस टीम की स्थिति अच्छी कर दी है। एक समय यह टीम सातवें और आठवें स्थान पर डोल रही थी लेकिन अभी वह जहां है, वहां से शीर्ष चार में बने रहना उसके लिए मुश्किल नहीं होगा लेकिन इसके लिए उसे पहले चेन्नई और फिर बाकी की टीमों के खिलाफ बेहतरीन खेल दिखाना होगा।
कोच एंटोनियो हबास के हौसले अब बुलंद दिखाई दे रहे हैं। हाबास को हालांकि अपने ऊपर लगे चार मैचों के प्रतिबंध के दौरान डगआउट से दूर रहने का अफसोस है। उनके मुताबिक चार मैचों से उनकी की लय छीन ली थी। हबास ने कहा, आपको एक टीम खड़ी करने में वक्त लगता है। मैं चार मैचों के लिए प्रतिबंधित था, लिहाजा मेरे लिए यह काम मुश्किल हो गया। अब हम कांटे के मुकाबले खेलना चाहते हैं। हम प्रतिस्पर्धा का स्तर बढ़ाना चाहते हैं। (वार्ता)