नई दिल्ली। रियो ओलंपिक रजत पदक विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने अगले सप्ताह से शुरू होने जा रही जापान ओपन सुपर सीरीज से अपना नाम वापस ले लिया है।
रियो ओलंपिक में अपने प्रदर्शन से देश को पदक दिलाने वाली स्टार शटलर ने इसके साथ ही 27 सितंबर से शुरू होने वाली कोरिया ओपन सुपर सीरीज से भी अपना नाम वापस ले लिया है। उनके अगले महीने 18 अक्टूबर से ओडेंसे में शुरू होने वाली डेनमार्क ओपन सुपर सीरीज से वापसी की उम्मीद है।
21 वर्षीय सिंधु यदि जापान ओपन में हिस्सा लेतीं तो उनके रियो की स्वर्ण चैंपियन स्पेन की कैरोलीना मारिन से क्वार्टर फाइनल में भिड़ने की उम्मीद थी। राष्ट्रीय बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने बताया कि सिंधु टोकियो में होने वाले टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लेंगी।
कोच ने कहा कि सिंधु टोकियो नहीं जाएंगी लेकिन वे डेनमार्क ओपन से वापसी करेंगी। वे अगले महीने फ्रेंच ओपन में भी खेलेंगी। हमने उनके कार्यक्रम में कुछ बदलाव किए हैं। गत वर्ष हैदराबादी खिलाड़ी डेनमार्क ओपन के फाइनल तक पहुंची थीं, जहां उन्हें चीन की ली जुईरूई से हार झेलनी पड़ी थी।
सिंधु विश्व चैंपियनशिप में दो बार कांस्य पदक विजेता रह चुकी हैं जबकि ग्रां प्री में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता है लेकिन वे सुपर सीरीज में अब तक खिताब नहीं जीत सकी हैं। उन्होंने रियो में अपनी कामयाबी के बाद सुपर सीरीज में बेहतर प्रदर्शन का भी भरोसा जताया था।
अक्टूबर में डेनमार्क में हिस्सा लेने के बाद विश्व की 10वें नंबर की खिलाड़ी सिंधु चाइना ओपन और हांगकांग ओपन में भी हिस्सा लेंगी। यदि वे इन टूर्नामेंटों में अच्छा करती हैं तो दिसंबर में दुबई में होने वाली सुपर सीरीज फाइनल के लिए वे क्वालीफाई कर लेंगी। इससे पहले केवल साइना नेहवाल और किदाम्बी श्रीकांत ही इस टूर्नामेंट में खेल चुके हैं।
सिंधु के कोच ने कहा कि रियो के बाद सिंधु से उम्मीदें काफी बढ़ गई हैं, बाकी खिलाड़ी भी उन्हें हराने के लिए तैयारी में लगे हैं इसलिए हमें भी अपनी तैयारी को मजबूत करना होगा। सिंधु की अनुपस्थिति में श्रीकांत भारतीय चुनौती की अगुवाई करेंगे जबकि पुरुष एकल में अजय जयराम, बी. साई प्रणीत और एच एस प्रणय अन्य भारतीय खिलाड़ी होंगे। (वार्ता)