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रियो ओलंपिक : जीतू करेंगे पदक जंग का आगाज

हमें फॉलो करें रियो ओलंपिक : जीतू करेंगे पदक जंग का आगाज
रियो डि जेनेरियो , शुक्रवार, 5 अगस्त 2016 (20:23 IST)
रियो डि जेनेरियो।  खेलों का इंतजार अब समाप्त हो चुका है और 125 करोड़ भारतीयों की निगाहें इस खेल महाकुंभ पर लगी हुई हैं जहां स्टार निशानेबाज और पिस्टल किंग जीतू राय शनिवार को देश के पदक अभियान की शुरूआत करेंगे।
         
भारत ने 31वें ओलंपिक खेलों में अपना 118 सदस्यीय दल उतारा है जो उसका इन खेलों में सबसे बड़ा दल है। भारतीय दल में रिकार्ड 12 निशानेबाज शामिल हैं। निशानेबाजी की शुरूआत शनिवार से हो रही है और पिस्टल किंग के नाम से मशहूर जीतू 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा से भारतीय चुनौती रखेंगे। उनके अलावा इसी दिन 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में निशानेबाज गुरप्रीत सिंह और 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में स्टार महिला निशानेबाज अपूर्वी  चंदीला और 10 मीटर एयर राइफल में अयोनिका पाल अपनी अपनी चुनौती पेश करेंगे।
 
निशानेबाजी चार साल पहले के लंदन ओलंपिक के बाद से बिल्कुल बदल चुकी है। खासतौर पर इसके नियम पूरी तरह बदल दिए गए हैं। पहले जहां क्वालिफाइंग और फाइनल के स्कोर जोड़े जाते थे लेकिन अब क्वालिफाइंग सिर्फ फाइनल में पहुंचने वाले निशानेबाजों का फैसला करता है। निशानेबाज को फाइनल में शून्य से शुरूआत करनी होती है और फाइनल में पहुंचने के बाद बेहतर प्रदर्शन ही पदक दिला सकता है।
 
भारत के लिए ओलंपिक खेलों में निशानेबाजी पदकों के लिहाज से हमेशा अहम रहा है और पिछले तीन ओलंपिक में भारत ने निशानेबाजी में लगातार पदक जीते हैं। ऐसे में जीतू और अपना आखिरी ओलंपिक खेल रहे अभिनव बिंद्रा की सफलता काफी अहम रहेगी। भारत ने लंदन ओलंपिक 2012 में कुल छह पदक जीते थे जिनमें दो निशानेबाजी में थे।  
         
देश को निशानेबाजी का पहला कोटा दिलाने वाले सेना के निशानेबाज जीतू इस बार पदक उम्मीदों में सबसे आगे हैं। सेना में कार्यरत बेहद शांत स्वभाव के और अनुशासित जीतू सबसे पहली स्पर्धा में भारतीय चुनौती की शुरूआत कर रहे हैं। हालांकि उन पर काफी दबाव भी रहेगा। वहीं पिछले लंबे अर्से से विदेश में ट्रेनिंग ले रहे और भारतीय दल के ध्वजवाहक तथा ओलंपिक खेलों के सद्भावना दूत बिंद्रा से उम्मीदें सबसे अधिक हैं। 
          
2008 बीजिंग ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले बिंद्रा एकमात्र भारतीय एथलीट भी हैं जिन्होंने देश को आेलंपिक खेलों में एकमात्र व्यक्तिगत स्वर्ण पदक दिलाया है। शनिवार को ओलंपिक शूटिंग सेंटर में जीतू ओलंपिक पदक हासिल करने के इरादे से उतरेंगे। 50 मीटर पिस्टल स्पर्धा में पूर्व विश्व चैंपियन जीतू रियो निशानेबाजी में दो स्पर्धाओं में उतर रहे हैं और उनके पास ओलंपिक में दोहरी सफलता हासिल करने का मौका रहेगा।
 
इंचियोन एशियाई खेलों में स्वर्ण और कांस्य पदक जीतने वाले जीतू ने 2014 ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक, विश्वकप में दो स्वर्ण, तीन रजत और एक कांस्य तथा ग्रेनाडा 2014 विश्वकप में रजत पदक जीता था। उन्होंने रियो से पहले आखिरी आईएसएसएफ विश्वकप में भी रजत पदक जीता था।
       
अपना पांचवां और आखिरी ओलंपिक खेलने जा रहे बिंद्रा लंदन की नाकामी को पीछे छोड़ना चाहेंगे जहां वह 16वें स्थान पर रहे थे। बिंद्रा ने 2014 में स्वर्ण जीतकर एशियाई खेलों को अलविदा कहा था और रियो में भी वह ऐसे ही कामयाबी हासिल कर ओलंपिक को अलविदा कहना चाहेंगे। पूर्व ओलंपियन निशानेबाज अंजलि भागवत का मानना है कि बिंद्रा जो ठान लेते हैं वह कर दिखाते हैं। उन्होंने एशियाड में जो कहा था वह कर दिखाया था और रियो में भी वही कारनामा दोहरा सकते हैं।
          
खेलों के पहले दिन महिला निशानेबाज अपूर्वी और अयोनिका 10 मीटर एयर राइफल में उतरेंगी। दोनों खिलाड़ियों ने 2014 ग्लास्गो खेलों में स्वर्ण और रजत जीते थे। अंजलि भागवत ने कहा है कि यह उनके लिए बड़े गर्व की बात है कि दो निशानेबाज उनके पसंदीदा 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में उतर रही हैं। अंजलि का मानना है कि इन दोनों निशानेबाजों के पास गंवाने के लिए कुछ नहीं है बल्कि इन्हें कुछ हासिल ही करना है। (वार्ता)


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