न्यूयार्क। डब्ल्यूबीसी हैवीवेट चैम्पियन और अमेरिका के दियोंते वाइल्डर रूसी मुक्केबाज एलेक्जांद्र पोवेतकिन से लड़े बिना ही मुकाबले जीत गए हैं। लेकिन यह मुकाबला रिंग में नहीं बल्कि कोर्ट में लड़ा गया।
मैनहट्टन में एक घंटे से भी कम समय तक चली सुनवाई में संघीय न्यायाधीश ने पोवेतकिन को मेल्डोनियम दवा लेने का दोषी पाते हुए फैसला वाइल्डर के पक्ष में सुनाया। पोवेतकिन की गत वर्ष 27 अप्रैल को जांच की गई थी, जिसमें उनके रक्त में विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) द्वारा प्रतिबंधित दवा की मात्रा पाई गई। इसके बाद वाइल्डर का पोवेतकिन के साथ मॉस्को में 21 मई को होने वाला मुकाबला रद्द कर दिया गया।
संघीय न्यायाधीश के इस फैसले से वाइल्डर और उनके वकील खुश दिखाई दिए। उन्होंने अदालत को दिए अपने तर्क में कहा कि रूसी मुक्केबाज पोवेतकिन का तीन बार डोप टेस्ट हुआ और तीनों बार वह इसमें नेगेटिव पाए गए थे लेकिन चौथी बार उनका यूरिन नमूना पॉजिटिव पाया गया। दूसरी तरफ पोवेतकिन के वकील ने इस फैसले को अदालती गलती और न्याय का घोर अपमान बताया।
पिछले वर्ष दिसंबर में डब्ल्यूबीसी हैवीवेट खिताब के लिए पोवेतकिन का मुकाबला कनाडा के बर्मेन स्टीवर्न के साथ होना था, लेकिन उनके ये नमूने के परिणाम पॉजिटिव आने के कारण इस मुकाबले को रद्द कर दिया गया था। (वार्ता)