कराची। फीफा ने पाकिस्तान फुटबाल महासंघ को चेताया है कि यदि देश के सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार चुनाव कराए गए तो उसे एक और प्रतिबंध झेलना पड़ सकता है।
फीफा के एक प्रवक्ता ने कहा कि अदालत के निर्देशों पर चुनाव कराए जाने का मतलब पीएफएफ के मामले में तीसरे पक्ष का दखल है जो सदस्य देशों के लिए फीफा के संविधान के खिलाफ है।
पीएफएफ के ताजा चुनाव कराए जाने हैं और प्रक्रिया संपन्न कराने के लिए उच्चतम न्यायालय ने निर्वाचन अधिकारी की नियुक्ति की है।
फीफा ने कहा कि पीएफएफ अध्यक्ष सैयद फैसल सालेह हयात को तीसरे पक्ष के दखल के बिना कार्यकाल पूरा करने की अनुमति दी जानी चाहिए। अब समस्या यह है कि तीसरा पक्ष पाकिस्तान का सुप्रीम कोर्ट है। (भाषा)