बेंगलुरु। भारतीय शटलर पारुपल्ली कश्यप ने राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद की अकादमी छोड़ दी है। इससे पहले महिला खिलाड़ी साइना नेहवाल भी गोपीचंद की अकादमी छोड़ चुकी हैं।
ओलंपिक बैडमिंटन रजत पदक विजेता पीवी सिंधु की जीत में सबसे अहम भूमिका गोपीचंद की ही मानी जा रही है, लेकिन 29 वर्षीय पुरुष खिलाड़ी कश्यप के इस निर्णय के पीछे गोपीचंद की सिंधु और किदाम्बी श्रीकांत के प्रति अधिक व्यस्तता को माना जा रहा है।
कश्यप घुटने की चोट से उबरने के बाद अगले महीने से शुरू होने जा रहे इंडोनेशियन मास्टर्स ग्रां प्री टूर्नामेंट से वापसी करने जा रहे हैं। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक कश्यप ने नए कोच के साथ ट्रेनिंग का निर्णय किया है और इसलिए गोपीचंद अकादमी छोड़ने का फैसला किया है। भारतीय खिलाड़ी अब कोच टॉम जॉन की टॉम बैडमिंटन अकादमी के साथ ट्रेनिंग करेंगे।
कश्यप ने बताया कि उन्होंने अपने इस निर्णय से गोपीचंद को अवगत करा दिया है और राष्ट्रीय कोच इसका सम्मान करते हैं। बैडमिंटन खिलाड़ी ने साथ ही कहा कि वे रियो ओलंपिक में चोट के कारण नहीं खेल सके जिससे वे काफी परेशान हैं। (वार्ता)