युवा भारतीय ग्रैंडमास्टर रमेशबाबू प्रज्ञानंद ने FIDE World Cup Final फिडे विश्व कप फाइनल के पहले गेम में मंगलवार को पांच बार के विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन को ड्रॉ पर रोक लिया।सफेद मोहरों से खेलते हुए प्रज्ञानंद के पास कम समय बचा था लेकिन 35 चालों के बाद दोनों खिलाड़ियों की आपसी सहमति से मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ।भारत के 18 वर्षीय ग्रैंडमास्टर अब बुधवार को काले मोहरों से खेलेंगे और दूसरा गेम ड्रॉ होने पर विजेता का फैसला रैपिड टाईब्रेकर से किया जायेगा।
गौरतलब है कि प्रज्ञानंद सेमीफाइनल में दुनिया के नंबर दो खिलाड़ी फाबियानो करुआना को हराकर फाइनल में आ रहे हैं। उन्होंने हमवतन अर्जुन एरिगैसी और दुनिया के नंबर तीन खिलाड़ी हिकारू नाकामूरा को भी इस नॉकआउट टूर्नामेंट में कड़ी शिकस्त दी थी। करुआना पर दर्ज की गयी जीत के साथ प्रज्ञानंद ने कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में भी अपना स्थान पक्का कर लिया है।
प्रज्ञानंद ने बुधवार के गेम पर कहा, “(कल) कड़ा संघर्ष होगा। वह (कार्लसन) निश्चित ही बहुत जोर लगायेंगे। मैं आराम करने और तरोताजा रहने की कोशिश करूंगा। मुझे लगता है कि मैं यही कर सकता हूं।”
कार्लसन ने कहा, “आम तौर पर आराम का दिन होने पर मुझे शायद थोड़ा फायदा होता जबकि कल वह एक कठिन टाईब्रेक खेलकर आ रहा है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से मैं काफी खराब स्थिति में हूं। (निजात) अबासोव के विरुद्ध मुकाबले के बाद मुझे कुछ खाद्य विषाक्तता हो गयी। मैं पिछले दो दिनों से खाना नहीं खा पाया हूं। इसका मतलब यह भी था कि मैं वास्तव में शांत था क्योंकि मुझमें घबराने के लिये ऊर्जा ही नहीं थी।”(एजेंसी)