नई दिल्ली। दबंग दिल्ली की टीम अपने घर में खेलने के बावजूद एक के बाद एक हार का सामना कर रही है जिससे वीवो प्रो कबड्डी लीग के पांचवें सत्र में उसकी प्लेआफ में पहुंचने की राह लगातार मुश्किल होती जा रही है।
दिल्ली ने अब तक 15 मैचों में सिर्फ चार मैच जीते हैं, 10 हारे हैं और एक टाई खेला है। दिल्ली अपने जोन ए में 30 अंकों के साथ छठे और आखिरी स्थान पर है। इस जोन में जयपुर पिंकपैंथर्स 12 मैचों में 37, यू मुंबा 16 मैचों में 44, पुणेरी पल्टन 12 मैचों में 47, गुजरात फार्च्युनजाएंटस 15 मैचों में 56 और हरियाणा स्टीलर्स 18 मैचों में 59 अंक लेकर उससे आगे हैं।
दिल्ली को अपने घरेलू चरण में यहां त्यागराज स्पेार्ट्स काम्पलेक्स में यू मुंबा से 28-30 से, पुणेरी पल्टन से 29-34 से और हरियाणा स्टीलर्स से 24-42 से हार का सामना करना पड़ा। दिल्ली को अब मंगलवार को गत चैंपियन पटना पाइरेटस से, बुधवार को यूपी योद्धा से और गुरुवार को तेलुगू टाइटंस से खेलना है।
दबंग दिल्ली को यदि अपनी प्लेआफ की उम्मीदों को कायम रखना है तो उसे न केवल ए बचे शेष मैच जीतने होंगे बल्कि आगे के भी मैचों में बेहतर प्रदर्शन कर जीत हासिल करनी होगी। दिल्ली के कोच रमेश भेंडीगिरी और कप्तान मैराज शेख ने घरेलू चरण शुरु होने से पहले वादा किया था कि टीम घरेलू चरण में कम से कम पांच मैच जीतेगी। लेकिन टीम को शुरुआती तीन मैचों में ही हार सामना करना पड़ गया है।
दिल्ली ने टूर्नामेंट में अब तक जो चार मैच जीते हैं उसमें उसने जयपुर को 30-26 से, तमिल तलैवास को 30 -29 से, यू मुंबा को 33-32 से और बेंगलुरु बुल्स काे 38-30 से हराया था। दिल्ली को उसकी आखिरी जीत छह सितंबर को नसीब हुई थी। लेकिन उसके बाद से दिल्ली के खिलाड़ी एक अदद जीत के लिए तरस रहे हैं।
दिल्ली चरण के बाद टूर्नामेंट का चेन्नई में अंतर जोन चैलेंज वीक शुरु हो जाएगा जिसमें दिल्ली को तेलुगू टाइटंस से खेलना है। इसके बाद दिल्ली को गुजरात, जयपुर और बेंगलुरु से मैच खेलने हैं।
टूर्नामेंट के प्लेआफ 22 अक्टूबर से शुरु होंगे जिसमें हर जोन से शीर्ष तीन-तीन टीमें पहुंचेंगी। दिल्ली को अपने जोन में शीर्ष तीन में जगह बनाने के लिए खासी मेहनत करनी है। उसके और तीसरे नंबर की पुणे टीम के बीच अभी 17 अंकों का बड़ा फासला है।
दिल्ली की उम्मीदें पूरी तरह टूटी नहीं है लेकिन उसके खिलाड़ियों को वापसी का जज्बा दिखाना होगा और अपने नाम में लगे दबंग शब्द को सार्थक करना होगा। (वार्ता)