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खिताबी मुकाबले में पीवी सिंधु और समीर पराजित

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, रविवार, 27 नवंबर 2016 (18:43 IST)
कोउलून। भारतीय बैडमिंटन के लिए रविवार का दिन निराश करने वाला रहा जब ओलंपिक रजत पदक विजेता पीवी सिंधु और समीर वर्मा हांगकांग ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट के खिताबी मुकाबले में चूक गए। सिंधु को फाइनल में चौथी वरीयता प्राप्त ताइपे की तेई जू यिंग के हाथों हार का सामना करना पड़ा जिससे उनका लगातार दूसरा खिताब जीतने का सपना टूट गया। 
विश्व रैंकिंग में तीसरे नंबर की जू यिंग ने चाइना ओपन सुपर सीरीज का खिताब जीतने वाली सिंधु को 41 मिनट तक चले मुकाबले में 21-15, 21-17 से पराजित किया।  सिंधु की पराजय के बाद समीर वर्मा को भी हार का मुंह देखना पड़ा। सेमीफाइनल में तीसरे नंबर के खिलाड़ी डेनमार्क के जान ओ जोर्गेनसन को हराने वाले समीर को हांगकांग के एनजी का लोंग एंगस ने 50 मिनट तक चले संघर्षपूर्ण फाइनल में 21-14, 10-21, 21-11 से हराकर पुरुष वर्ग का खिताब जीत लिया। 
 
विश्व रैंकिंग में नौवें स्थान पर पहुंच चुकीं सिंधु मैच की शुरुआत से ही लड़खड़ाती नजर आई और जू यिंग ने 6-3 की बढ़त कायम कर ली। भारतीय खिलाड़ी एक समय 6-6 की बराबरी पर आई गई थी लेकिन सेमीफाइनल में विश्व की नंबर एक खिलाड़ी और ओलंपिक चैंपियन स्पेन की कैरोलिना मारिन को हराने वाली जू यिंग ने 8-7 और 15-8 की बढ़त बनाते हुए 21-15 से यह गेम अपने नाम कर लिया। यिंग ने इस दौरान 7-8 के स्कोर पर लगातार 8 अंक लेते हुए 15-8 की बढ़त बनाकर सिंधु पर मनोवैज्ञानिक दबाव बना दिया। 
 
सिंधु ने दूसरे गेम की शुरुआत में 4-1 की बढ़त बनाई तो जरुर लेकिन ताइपे खिलाड़ी ने लगातार 4 अंक लेकर स्कोर 5-4 कर दिया। दूसरे गेम में भी मैच एक समय 10-10 की बराबरी पर था लेकिन जू यिंग ने पहले 17-13 की बढ़त बनाई और फिर 21-17 से गेम समाप्त करते हुए खिताब जीत लिया। यिंग ने इस जीत के बाद सिंधु के खिलाफ अपना रिकॉर्ड 5-3 कर लिया है। दिलचस्प बात है कि रियो ओलंपिक में रजत पदक जीतने के सफर के दौरान सिंधु ने जू यिंग को पराजित किया था। 
 
पुरुष एकल फाइनल में समीर कड़ा संघर्ष करने के बावजूद खिताबी मंजिल तक नहीं पहुंच सके। समीर पहले गेम में अधिकतर समय पिछड़े रहे। समीर ने 1-7 से पिछड़ने के बाद एक समय स्कोर 12-13 किया लेकिन विपक्षी खिलाड़ी ने फिर 21-14 से गेम जीत लिया। 
 
दूसरे गेम में समीर हावी रहे और लगातार अंक लेते हुए उन्होंने यह गेम 21-10 से जीता। दूसरे गेम में समीर के प्रदर्शन से लगा कि वह निर्णायक गेम में भी अपनी लय बरकरार रखेंगे। लेकिन वहां बाजी उलट गई। लोंग एंगस ने 11-4 की बढ़त बनाने के बाद समीर को वापसी का कोई मौका नहीं दिया। उन्होंने 21-11 से यह गेम जीतते हुए खिताब अपने नाम कर लिया। (वार्ता)

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