नई दिल्ली। भारत को आगामी डेविस कप विश्व ग्रुप प्लेऑफ मुकाबले में 14 बार के ग्रैंडस्लैम विजेता राफेल नडाल की चुनौती का सामना करना होगा क्योंकि स्पेन ने इस मुकाबले के लिए अपनी मजबूत टीम घोषित की है।
अमेरिकी ओपन में चौथे दौर में हारने वाले दुनिया के पांचवें नंबर के एकल खिलाड़ी नडाल के अलावा स्पेन ने 13वें नंबर के डेविड फेडरर और 18वें नंबर के फेलिसियानो लोपेज के अलावा दुनिया के 19वें नंबर के युगल खिलाड़ी मार्क लोपेज को टीम में शामिल किया है।
भारत के शीर्ष एकल खिलाड़ी साकेत माइनेनी की एटीपी रैंकिंग 143 हैं जबकि रामकुमार रामनाथन दुनिया के 202वें नंबर के खिलाड़ी हैं। भारत के पास हालांकि रोहन बोपन्ना (युगल में 17वीं रैंकिंग) और लिएंडर पेस (62वीं रैंकिंग) के रूप में प्रतिस्पर्धी युगल खिलाड़ी मौजूद हैं।
स्पेन की टीम की घोषणा पर प्रक्रिया देते हुए साकेत ने न्यूयॉर्क से कहा, यह स्पेन की सबसे मजबूत टीम है और यह हमारे लिए कड़ी चुनौती होगी। उम्मीद करते है कि इससे हम सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे।
स्पेन टेनिस में यूरोप की मजबूत टीम है, जबकि भारत पिछले कुछ समय से विश्व ग्रुप में जगह बनाने के लिए चुनौती पेश करता रहा है। मौजूदा खिलाड़ियों के साथ भारत एशिया-ओसियाना क्षेत्र के जरिए प्लेऑफ चरण तक पहुंचने में भविष्य में भी लगातार सफल हो सकता है, लेकिन विश्व ग्रुप में प्रवेश करने और बने रहने के लिए उसे बेहतर एकल खिलाड़ी चाहिए होंगे।
भारत ने एशिया ओसियाना ग्रुप एक मुकाबले में कोरिया को 4-1 से हराकर प्लेऑफ में जगह बनाई जबकि स्पेन ने यूरोप अफ्रीका ग्रुप ए मुकाबले में रोमानिया को इसी अंतर से मात दी। भारत और स्पेन पिछली बार 1965 में भिड़े थे और तब स्पेन ने घरेलू मुकाबले में भारत को 3-2 से हराया था।
स्पेन ने अब तक भारत के खिलाफ दो मुकाबले जीते हैं जबकि 1927 में एक बार उसे अपनी सरजमीं पर ही शिकस्त का सामना करना पड़ा था। दोनों टीमों के बीच पहला मुकाबला तटस्थ स्थान यानी ग्रेट ब्रिटेन में खेला गया था और तब विश्व ग्रुप क्वार्टर फाइनल में स्पेन ने 4-1 से जीत दर्ज की थी। (भाषा)