नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से रियो ओलंपिक में हिस्सा ले रहे एथलीटों की हौसला अफजाई के लिए अपने अपने संदेश देने का आह्वान किया है और साथ ही कहा कि ए संदेश उन तक पहुंचाने के लिए वह 'पोस्टमैन' तक बनने के लिए तैयार हैं।
प्रधानमंत्री ने अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में 5 अगस्त से शुरू होने जा रहे ओलंपिक खेलों का जिक्र करते हुए कहा कि विश्व का सबसे बड़ा खेलों का महाकुम्भ होने जा रहा है और इन खेलों में हिस्सा ले रहे एथलीटों की हौसला अफजाई करने का जिम्मा देशवासियों का है। ऐसे में आप सभी उनके लिए संदेश भेजें।
मोदी ने रविवार को ही रियो एथलीटों के लिए आयोजित कार्यक्रम 'रन फोर रियो' को भी हरी झंडी दिखाई। उन्होंने कहा 'रियो ओलंपिक में दुनियाभर के लोग अपने अपने एथलीटों पर नजर बनाए रखेंगे तो आप भी उनके खेल को करीब से देखिए। उनका हौसला बुलंद करने का काम भी सवा-सौ करोड़ देशवासियों का है।'
उन्होंने देशवासियों से खिलाड़ियों को संदेश भेजने का अपील करते हुए कहा 'सरकार आने वाले दिनों में खिलाड़ियों को प्रोत्साहन के लिए कुछ-न-कुछ करेंगी। सभी खिलाड़ी बड़ी तपस्या के बाद बनते हैं। जीत और हार से ज्यादा महत्वपूर्ण हैं सभी देशवासी रियो एथलीटों को शुभकामनाएं दें। आपकी तरफ़ से ये काम मैं भी करने के लिए तैयार हूँ। इन खिलाड़ियों को आपका सन्देश पहुँचाने के लिए देश का प्रधानमंत्री पोस्टमैन बनने को तैयार है।'
मोदी ने कहा 'देशवासी मुझे नरेंद्रमोदीएप पर खिलाड़ियों के नाम शुभकामनाएं भेज सकते हें, मैं आपकी शुभकामनाएं उन तक पहुँचाऊंगा। मैं भी सवा-सौ करोड़ देशवासियों की तरह एक देशवासी, एक नागरिक के नाते हमारे इन खिलाड़ियों की हौसला अफज़ाई के लिए आपके साथ रहूँगा।'
प्रधानमंत्री ने इस बीच एक कविता प्रेमी - पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय के विद्यार्थी सूरज प्रकाश उपाध्याय की भेजी गई कविता का भी अपने कार्यक्रम में उल्लेख किया। जिसका शीर्षक था 'शुरू हुई ललकार खेलों की, प्रतियोगिताओं के बहार की।' प्रधानमंत्री ने इस कविता के लेखक सूरज को भी धन्यवाद दिया। (वार्ता)