मुंबई। स्टार महिला निशानेबाज हिना सिद्धू ने कहा है कि उनका लक्ष्य इसी वर्ष होने वाल रियो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर देश को महिला वर्ग में पहली बार स्वर्णिम सफलता दिलाना है। 26 वर्षीय हिना का यह दूसरा ओलंपिक होगा। इससे पहले उन्होंने वर्ष 2010 में लंदन ओलंपिक में हिस्सा लिया था लेकिन वे वहां कोई भी पदक हासिल नहीं कर सकी थीं। उन्होंने कहा कि वे इस बार देश के करोड़ों खेल प्रशंसकों की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगी।
उन्होंने कहा कि मैं जानती हूं कि ओलंपिक जैसे मेगा टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाले सभी प्रतिभागियों पर भारी दबाव होगा लेकिन यह दबाव हमसे पदक जीतने की अपेक्षाओं के चलते आता है और यही हमें अच्छा करने की प्रेरणा भी देता है। हिना रियो में 10 मीटर और 25 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में हिस्सा लेंगी।
स्टार निशानेबाज ने कहा कि मैं रियो के लिए कड़ी मेहनत कर रही हूं और मेरी कोशिश वहां अपना सर्वश्रेष्ठ देने की होगी। मैं भारी दबाव के चलते पिछले ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई थी लेकिन इस बार मैंने दबावमुक्त होकर अपना नैसर्गिक प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है।
उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता के दौरान यदि मैं पदक जीतने के बारे में सोचूंगी तो मेरा आत्मविश्वास डगमगाएगा और मेरा प्रदर्शन प्रभावित होगा इसलिए मैंने पदक की चिंता किए बिना अपना स्वाभाविक प्रदर्शन करने का लक्ष्य रखा है।
भारत ने अब तक महिला वर्ग में 3 व्यक्तिगत पदक हासिल किए हैं लेकिन इसमें से एक भी पदक निशानेबाजी से नहीं हैं। निशानेबाजी विश्व कप खिताब अपने नाम करने वाली और राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीतने वाली हिना ने कहा कि उनका लक्ष्य इस बार पदकों के सूखे को समाप्त कर देश के लिए पहला स्वर्ण पदक जीतना है।
हिना ने कहा कि मैं लंदन ओलंपिक के बाद से काफी परिपक्व हो गई हूं। मैंने पिछले ओलंपिक के बाद कई बेहद दबाव वाले मुकाबलों में हिस्सा लिया है और इस दौरान मेरे खेल में काफी सुधार हुआ है। मैंने कई अहम टूर्नामेंटों में पदक जीते हैं जिससे मेरे आत्मविश्वास में बढ़ोतरी हुई है। मैं रियो में स्वर्ण हासिल करने के लक्ष्य के साथ उतर रही हूं और मुझे पूरी उम्मीद है कि मैं वहां पदक जीतने में सफल रहूंगी।
उल्लेखनीय है कि लंदन ओलंपिक के बाद हिना ने वर्ष 2013 में जर्मनी में संपन्न निशानेबाजी विश्व कप में 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा का स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। इसके अलावा इसी वर्ष जनवरी में उन्होंने एशिया ओलंपिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीता था। भारत की तरफ से निशानेबाजी में एकमात्र स्वर्ण पदक वर्ष 2008 में अभिनव बिंद्रा ने 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में जीता था। (वार्ता)