रियो डी जेनेरियो। ब्राजील की फेडरल पुलिस ने रियो डी जेनेरियो में ओलंपिक के करीब 11 स्थलों पर लाखों डॉलर के भ्रष्टाचार मामले में दस्तावेज जुटाने के लिए छापेमारी की है।
5 अगस्त से शुरू होने वाले दुनिया के इस सबसे बड़े खेल टूर्नामेंट से पहले ब्राजील लगातार गलत कारणों से विवादों में बना हुआ है और अब खेलों की शुरुआत से ही पहले निर्माण कंपनियां लाखों डॉलर के भ्रष्टाचार में संलिप्तता के आरोप झेल रही हैं।
सरकारी वकील ने बताया कि उन्हें अभी तक ओलंपिक परियोजनाओं में करीब 3.7 करोड़ डॉलर तक के हेरफेर की जानकारी मिली है।
रियो में भ्रष्टाचाररोधी टीम के सदस्य और सरकारी वकील फर्नांडो एगुआर ने कहा कि संघीय इकाई, प्रशासन और मेयर कार्यालय से हमें अभी तक काफी विरोधाभासी जानकारियां मिल रही हैं। हमें नहीं पता है कि पैसा कहां गया है। जांच टीम ने बताया कि उन्हें संदेह है कि इस पैसे का उपयोग राजनीतिज्ञों को रिश्वत देने के लिए किया गया हो सकता है।
संघीय पुलिस ने बताया कि वे रियो ओलंपिक स्थलों पर बने ऑफिसों में भी छापेमारी कर रहे हैं और लगातार इनकी जांच की जा रही है। पुलिस को निजी निर्माण कंपनियों ओएएस एसए तथा क्विरोज गालवाओ पर भी भ्रष्टाचार को लेकर काफी संदेह है। पुलिस ने खेलगांव से कम्प्यूटर, दस्तावेज, पेनड्राइव और अन्य स्टोरेज डिवाइस बरामद किए हैं ताकि पैसों की हेराफेरी के लिए जानकारियां जुटाई जा सकें।
दक्षिण अमेरिका के किसी देश में पहली बार होने जा रहे ओलंपिक खेलों से पहले कई परियोजनाओं में भारी भ्रष्टाचार का संदेह काफी बढ़ गया है। इससे पहले ओलंपिक में निशानेबाजी, घुड़सवारी और पेंथालन जैसे खेलों के आयोजन स्थल डियोडोरो में भी निर्माण से जुड़ी कंपनी के भ्रष्टाचार में लिप्त होने की खबरें आई थीं। (वार्ता)