नई दिल्ली। रियो ओलंपिक के लिए भारतीय दल के सदभावना दूत और बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान ने आज इस खेल महाकुंभ में भाग ले रहे खिलाड़ियों को उनकी आधिकारिक जर्सी सौंपने के बाद ब्राजील जाने लेकिन देर से लौटने यानी पदक के साथ वापस आने की शुभकामना दी।
ओलंपिक में जाने वाले खिलाड़ियों के विदाई कार्यक्रम में सलमान और मशहूर संगीत निर्देशक एआर रहमान विशेष तौर पर उपस्थित थे। उन्होंने भारतीय ओलंपिक संघ और खेल मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में खिलाड़ियों को उनकी जर्सी और गुलदस्ते भेंट किए।
इन दोनों ने सबसे पहले टेनिस स्टार सानिया मिर्जा को उनकी जर्सी सौंपी लेकिन पहलवान योगेश्वर दत्त कार्यक्रम में नहीं पहुंचे। उनकी अनुपस्थिति से हालांकि सवाल पैदा कर दिए क्योंकि वे योगेश्वर ही थे जिन्होंने सलमान को ओलंपिक दल का दूत बनाने का विरोध किया था। आईओए सूत्रों के अनुसार अस्वस्थ होने के कारण यह पहलवान कार्यक्रम में नहीं पहुंच पाया।
महिला पहलवान बबिता कुमारी ने उनकी जर्सी ली। सलमान ने खिलाड़ियों को अपना सर्वश्रेष्ठ करने और दबाव में नहीं आने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि आप लोगों से मिलकर बहुत अच्छा लगा। मेरा सबके लिए यही कहना है रियो जाओ लेकिन जितनी देरी से आ सकते हो उतनी देरी से आओ। जो खिलाड़ी दबाव में नहीं खेल सकते हैं वे अपने ऊपर दबाव नहीं रखें। हाल में अपनी फिल्म सुल्तान में पहलवान की भूमिका निभाने वाले सलमान ने कहा कि करोड़ों देशवासियों की प्रार्थनाएं आपके साथ है। अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करो और बाकी ऊपर वाले (ईश्वर) के पर छोड़ दो, लेकिन सब कुछ ऊपर वाले पर ही नहीं छोड़ना। ’’
इस मशहूर संगीतकार ने इसके बाद लगान फिल्म का गीत ‘कोई हमसे जीत न पाए, चले चलो’भी गाया जिसमें खिलाड़ियों ने तालियां बजाकर उनका साथ दिया। इससे पहले आईओए अध्यक्ष एन. रामचंद्रन, महासचिव राजीव मेहता और जिम्नास्ट दीपा करमाकर ने रियो के लिए भारतीय खिलाड़ियों की आधिकारिक जर्सी और ब्लेजर को पेश किया। (भाषा)