नई दिल्ली। केंद्रीय खेलमंत्री विजय गोयल ने धाविका पीयू चित्रा के मामले में भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) को केरल उच्च न्यायालय के फैसले का सम्मान करने को कहा है। केरल उच्च न्यायालय ने एएफआई को चित्रा को आगामी लंदन में होने वाले आईआईएफ विश्व चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम में शामिल करने के आदेश दिए हैं।
गोयल ने एएफआई के अध्यक्ष आदिल सुमारिवाला से मामले पर बातचीत की और उन्हें न्यायालय के फैसले का सम्मान करने को कहा। उन्होंने कहा कि चित्रा को विश्व चैंपियनशिप टीम में शामिल किया जाए अन्यथा विश्व चैंपियनशिप के लिए उन्हें वाइल्ड कार्ड से प्रवेश दिया जाएगा।
चित्रा ने हाल ही में भुवनेश्वर में हुई एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 1500 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीता था, लेकिन गुरबचन सिंह रंधावा की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने चित्रा के इस प्रदर्शन को अंतरराष्ट्रीय स्तर का नहीं माना और लंदन में अगस्त में होने वाले विश्व चैंपियनशिप के लिए उन्हें भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया।
चित्रा ने इसके बाद केरल उच्च न्यायालय में एक याचिका दाखिल कर कहा कि एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक के रूप में उनका प्रदर्शन आगामी चैंपियनशिप में शामिल होने के लिए काफी है। न्यायालय ने धाविका की याचिका पर सुनवाई करते हुए एएफआई को चित्रा को आईआईएफ विश्व चैंपियनशिप में शामिल करने का आदेश दिया।
इससे पहले भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के अध्यक्ष सुमारिवाला ने एक बयान जारी कर 24 सदस्यीय भारतीय टीम में भेदभाव होने के आरोपों को सिरे से ख़ारिज कर दिया था। सुमारिवाला ने कहा था, चयन समिति ही भारतीय टीम को चुनने के लिए जिम्मेदार है। विश्व चैंपियनशिप के लिए टीम चुनते समय चयन समिति अपने फैसले पर एकमत थी। समिति ने टीम की घोषणा करने से पहले सभी संभावित एथलीटों पर विचार-विमर्श किया था जो विश्व चैंपियनशिप के लिए चर्चा करने लायक थे।
सुमारिवाला ने यह भी स्पष्ट किया था कि एशियन चैंपियनशिप की समाप्ति के बाद फेडरेशन के सचिव सीके वाल्सन ने मुख्य कोच बहादुर सिंह और उप मुख्य कोच आर के नायर के साथ एथलीटों को कहा था कि उन्हें गुंटूर में इंटर स्टेट चैंपियनशिप में हिस्सा लेना होगा और यदि वे विश्व चैंपियनशिप के क्वालीफाइंग स्तर के आसपास प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं तो चयन समिति उन पर विश्व चैंपियनशिप के लिए विचार नहीं करेगी।
सुमारिवाला ने चित्रा के प्रदर्शन के लिए बयान में कहा था कि उनके प्रदर्शन में एशियन चैंपियनशिप के बाद गिरावट आई और उनका समय जूनियर राष्ट्रीय रिकॉर्ड समय से भी बेहतर नहीं था। वह विश्व क्वालीफाइंग मार्क के आसपास भी नहीं थीं। (वार्ता)