जर्मनी के सेबेस्टियन वेटल ने फॉर्मूला वन के लीजेंड माइकल शूमाकर का इतिहास दोहराते हुए रविवार को मोनाको ग्रांप्री रेस जीत ली और चैंपियनशिप में लुईस हेमिल्टन पर अपनी बढ़त 25 अंक पहुंचा दिया।
वेटल 2001 में शूमाकर के मोनाको में जीतने के बाद इस फार्मूला वन रेस को जीतने वाले पहले फेरारी ड्राइवर बन गए हैं। वेटल के टीम साथी फिनलैंड के किमी रेकोनैन नौ वर्षों में पहली बार पोल पोजिशन पर उतरे और पिट स्टॉप में जाने के बावजूद दूसरा स्थान हासिल करने में कामयाब रहे। ब्रिटेन के हेमिल्टन ने मर्सिडीज के लिए ग्रिड पर 13वें स्थान से शुरूआत की और सातवें स्थान पर रहे।
जर्मनी के वेटल ने एक घंटा 44 मिनट 44.340 सेकेंड में रेस जीती। वह अपनी इस कामयाबी पर बेहद खुश नजर आए क्योंकि उन्होंने सात बार के एफवन चैंपियन शूमाकर के 2001 के कारनामे को दोहरा दिया। वेटल की यह 45वीं करियर जीत है और इस सत्र में उनकी छह रेसों में यह तीसरी जीत है। वेटल के अब 129 अंक हो गए हैं जबकि हेमिल्टन के 104 अंक हैं। फेरारी टीम 196 अंकों के साथ सबसे आगे है।
रेकोनैन ने हालांकि पोल पोजिशन से शुरुआत की लेकिन जीत हासिल करने से दूर रह गए। रेकोनैन आखिरी बार 2013 में लोटस के लिए जीते थे। ऑस्ट्रेलिया के डेनियल रिकियार्डो रेडबुल के लिए तीसरे स्थान पर रहे और उन्होंने लगातार दूसरी बार पोडियम हासिल किया।
एफवन में एकमात्र भारतीय टीम फोर्स इंडिया को इस बार कोई अंक हाथ नहीं लगा। फोर्स इंडिया के फ्रांसीसी ड्राइवर एस्टेबान ओकोन को 12वां और उनके टीम साथी मैक्सिको के सर्जियो पेरेज को 13वां स्थान मिला। (वार्ता)