मियोली (ताइपे)। भारत के शिव कपूर ने हैरतअंगेज प्रदर्शन करते हुए चौथे और आखिरी राउंड में रविवार को आठ अंडर 64 का बेहतरीन कार्ड खेलकर तीन लाख डॉलर के एंगडेर हैरिटेज गोल्फ टूर्नामेंट में दो शॉट के अंतर से खिताब जीत लिया।
शिव ने इस तरह एशियन टूर में 11 साल का अपना खिताबी सूखा समाप्त करते हुए अपना दूसरा एशियन टूर खिताब जीत लिया। शिव ने पहले एंगडेर हैरिटेज गोल्फ टूर्नामेंट में चार राउंड में 71, 70, 67 और 64 के स्कोर किए। उनका कुल स्कोर 16 अंडर 272 रहा।
भारतीय गोल्फर का इससे पहले एशियन टूर में पहला खिताब 2005 में था, जो एशियन टूर में उनका पदार्पण वर्ष भी था। शिव को इस जीत से 54000 डॉलर की पुरस्कार राशि मिली। मलेशिया के गेविन ग्रीन और कोरिया के यिक्यून चांग 14 अंडर 274 के स्कोर के साथ संयुक्त दूसरे स्थान पर रहे।
35 वर्षीय शिव ने दिन की शुरुआत संयुक्त तीसरे स्थान से की और वे बढ़त पर चल रहे खिलाड़ी से दो शॉट से पीछे थे। शिव ने पहले चार होल पार खेले लेकिन फिर गजब का प्रदर्शन करते हुए अगले 14 होल में आठ बर्डी खेली। उन्होंने पांचवें, सातवें, नौंवे, 12वें, 13वें, 15वें,16वें और 18वें होल पर बर्डी खेलकर खिताब अपने नाम कर लिया।
दिलचस्प तथ्य यह रहा कि शिव ने पार पांच के 13वें होल पर चारों राउंड में बर्डी खेली। वर्ष 2013 में यूरोपियन चैलेंज टूर में दो खिताब जीत चुके शिव के अब कुल चार अंतरराष्ट्रीय खिताब हो चुके हैं। यहां मिली 54000 डॉलर की पुरस्कार राशि से शिव अब एशियन टूर ऑर्डर ऑफ मेरिट में 21 में से 13वें स्थान पर पहुंच गए हैं।
अपनी खिताबी जीत के बाद शिव ने कहा कि यह खिताब मेरे लिए काफी मायने रखता है। पिछले दो साल मेरे लिए काफी हताशा भरे रहे थे। फिलहाल मैं यकीन नहीं कर पा रहा हूं कि मैंने खिताब जीत लिया है। मैंने एशियन टूर में अपना दूसरा खिताब जीतने के लिए लंबा इंतजार किया। मुझे लेकर कई सवाल उठते रहे, लेकिन इस जीत से मैंने सभी सवालों का जवाब दे दिया है।
शिव ने गत वर्ष सितंबर में लिवर सर्जरी कराई थी और तीन महीने के विश्राम के बाद वे दिसंबर मध्य में कोर्स पर लौटे थे। उन्होंने सर्जरी से पहले अपना योरपीयन टूर कार्ड गंवा दिया था। प्रोफेशनल गोल्फ टूर ऑफ इंडिया (पीजीटीआई) के सीईओ उत्तम सिंह मुंडी ने शिव को इस जीत पर बधाई दी है।
अन्य भारतीयों में सुजान सिंह (67) और हिम्मत राय (71) पांच अंडर 283 के स्कोर के साथ संयुक्त 22वें स्थान पर रहे। एस. चिकारंगप्पा (284) को संयुक्त 27वां, खलिन जोशी (286) को संयुक्त 39वां, राहिल गंगजी (290) को संयुक्त 52वां और चिराग कुमार (293) को संयुक्त 60वां स्थान मिला। (वार्ता)