नई दिल्ली। शिवा थापा (60 किग्रा) बैंकॉक में चल रही एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप के प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए हैं जबकि लवलीना बोगोहान (69 किग्रा) और दीपक (49 किग्रा) ने क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है।
शनिवार को प्रतियोगिता के दूसरे दिन थापा ने कोरिया के किम वोनहो के खिलाफ 4-1 से जीत हासिल की। थापा इससे पहले 2013 में स्वर्ण, 2015 में कांस्य और 2017 में रजत पदक जीत चुके हैं। असम के इस मुक्केबाज का अगले दौर में किर्गिस्तान के सैतबेक उलू से सामना होगा।
2018 विश्व चैंपियनशिप में कांस्य जीतने वाली असम की ही लवलीना ने वियतनाम की त्रान थी लिन्ह को 5-0 से हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह पक्की की। सोमवार को होने वाले क्वार्टर फाइनल मैच में लवलीना का सामना चीनी ताइपे की चेन नेन चिन से होगा, जो एक कड़ी प्रतिद्वंद्वी हैं, क्योंकि इन्हीं के हाथों लवलीना को बीते साल नई दिल्ली में आयोजित विश्व चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में हार मिली थी।
माकरान कप में स्वर्ण पदक जीतने वाले राष्ट्रीय चैंपियन दीपक ने भी इस एलीट इवेंट में अपना अच्छा फार्म जारी रखा है और श्रीलंका के मुतुनका पेदी गेडारा पर 5-0 की जीत के साथ क्वार्टर फाइनल में पहुंचने में सफल रहे हैं।
एशियाई चैंपियनशिप में सभी की नजरें एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले अमित पंघल (52 किग्रा) पर रहेंगी, जो रविवार को चीनी ताइपे के तू पो वेई के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेंगे। अमित को संभवत: क्वार्टर फाइनल में मौजूदा ओलंपिक चैंपियन हसनबोय दुस्मातोव (उज्बेकिस्तान) से भिड़ना पड़ सकता है। अमित आत्मविश्वास लबरेज हैं, क्योंकि उन्होंने 2019 सीजन की शुरुआत में स्ट्रांजा कप मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था।
आशीष (69 किग्रा) और ब्रिजेश यादव (81 किग्रा) भी रविवार को ही अपने अभियान की शुरुआत करेंगे। महिला वर्ग में 4 बार की एशियाई चैंपियनशिप स्वर्ण पदक विजेता सरिता देवी (60 किग्रा) इस टूर्नामेंट में अपने 6ठे पदक के लिए रविवार को रिंग पर उतरेंगी और उनके सामने होंगी कोरिया की ग्वोन सुजिन।
पूर्व जूनियर वर्ल्ड चैंपियन निखत जरीन (51 किग्रा) को भी रविवार को रिंग में उतरना है। निखत इस साल का अपना दूसरा अंतरराष्ट्रीय पदक जीतना चाहेंगी। निखत ने स्ट्रांजा कप में स्वर्ण जीता था। निखत का सामना कम्बोडिया की श्रे पोव नाओ से होगा। (वार्ता)