यंगून। 2019 एएफसी एशिया कप फुटबॉल क्वालिफायर्स मुकाबले में म्यांमार पर मिली ऐतिहासिक जीत से उत्साहित भारतीय कोच स्टीफन कोंस्टेनटाइन ने इस जीत को हाल के वर्षों में देश के लिए सबसे बड़ी जीत बताया है।
भारत ने मंगलवार को स्टार स्ट्राइकर सुनील छेत्री के अंतिम क्षणों में किए गए शानदार गोल की बदौलत म्यांमार को 1-0 से पराजित किया। भारत ने 64 साल बाद म्यांमार को उसी के घर में मात दी थी।
कोंस्टेनटाइन ने कहा कि इससे पहले जब भारत ने म्यांमार को हराया था, उस समय टीम का कोई भी खिलाड़ी पैदा नहीं हुआ था। यहां तक कि मेरा भी जन्म नहीं हुआ था। निश्चित रूप से यह जीत हाल के वर्षों में भारतीय फुटबॉल के इतिहास में सबसे बड़ी जीत है।
54 वर्षीय कोंस्टेनटाइन ने कहा कि 64 साल काफी लंबा समय होता है। मुझे हमेशा से यह बताया गया था कि म्यांमार, भारत के लिए सदैव खतरा पैदा करता है लेकिन मुझे इतिहास के इस हिस्से के बारे में कभी पता नहीं था। मुझे खुशी है कि हमने म्यांमार के 64 साल के वर्चस्व को तोड़ दिया। मैं इस चीज से भी बेहद खुश हूं कि हमने 'मैचों को जीतने में सक्षम नहीं होने' के ठप्पे से छुटकारा पा लिया।
भारतीय टीम इससे पहले अंतरराष्ट्रीय मैत्री मैच में कंबोडिया को 3-2 से हराकर इस मुकाबले में पहुंची थी। दोनों देशों के बीच आखिरी मुकाबला 2013 में एएफसी एशिया कप के मैच में हुआ था जिसमें म्यांमार की टीम 1-0 से जीती थी लेकिन भारत ने इस बार उस हार का बदला चुका लिया।
कोच ने भारत के प्रदर्शन की तारीफ करते हुए कहा कि जब आप इस खेल को देखते हैं तो अधिकतर लोगों को लगता है कि यह कोई बड़ी बात नहीं है। मुझे लगता है कि हाल के इतिहास में हमारी यह सबसे बड़ी जीत में से एक जीत है। इसके अलावा घर से बाहर भी हमारे लिए यह एक बड़ी जीत है। (वार्ता)