भुवनेश्वर। सुधा सिंह ने भारत का स्वर्णिम अभियान जारी रखते हुए देश को 22वीं एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में तीसरे दिन शनिवार को महिलाओं की 3000 मीटर स्टीपलचेज स्पर्धा का स्वर्ण पदक दिला दिया।
भारत का प्रतियोगिता में यह सातवां स्वर्ण पदक है। भारत ने इसके अलावा एक रजत और तीन कांस्य पदक जीते और उसके कुल पदकों की संख्या 20 पहुंच चुकी है जिसमें सात स्वर्ण, चार रजत और नौ कांस्य पदक शामिल हैं।
सुधा ने कलिंग स्टेडियम में नौ मिनट 59.47 सेकंड का समय लेकर सोना जीता। 31 वर्षीया सुधा को किसी से चुनौती नहीं मिली और पूरे आखिरी लैप तो वह अकेले ही दौड़तीं रहीं। सुधा को 2009, 2011 और 2013 में रजत पदक से संतोष करना पड़ा था लेकिन इस बार उन्होंने स्वर्ण पदक जीत कर ही दम लिया। उन्होंने अपने पिछले 10:03.01 समय में सुधार किया और इस सत्र का अपना सर्वश्रेष्ठ समय भी निकाला।
भारत को अनु आर ने महिलाओं की 400 मीटर बाधा दौड़ में रजत, जाबिर एम पी ने पुरुषों की 400 मीटर बाधा दौड़ में कांस्य, शीना एन वी ने महिलाओं की तिहरी कूद में कांस्य और महिला 4 गुना 100 मीटर रिले टीम ने कांस्य पदक दिलाया।
भारत को पुरुषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज, पुरुषों की 110 मीटर बाधा दौड़ और महिलाओं की 100 मीटर बाधा दौड़ में खाली हाथ रहना पड़ा। इसके अलावा भारत का पुरुषों की ऊंची कूद और पुरुष हैमर थ्रो स्पर्धा में भी हाथ खाली रहा।
दक्षिण कोरिया की जुंग हए लिम ने महिलाओं की 100 मीटर बाधा दौड़ का स्वर्ण जीत कर अपने देश को मीट का पहला पदक दिलाया। कुवैत के अब्दुल अज़ीज़ अल-मंदील ने 110 मीटर बाधा दौड़ में स्वर्ण जीता जबकि उनके हमवतन याक़ूब अलयौहा ने रजत जीता। भारत के सिद्धांत तिंगालया को पांचवां स्थान मिला। (वार्ता)