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सुमीत नागल ने एटीपी चैलेंजर क्ले कोर्ट टूर्नामेंट जीतकर रचा इतिहास, सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग पर पहुंचे

हमें फॉलो करें सुमीत नागल ने एटीपी चैलेंजर क्ले कोर्ट टूर्नामेंट जीतकर रचा इतिहास, सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग पर पहुंचे
, सोमवार, 30 सितम्बर 2019 (19:31 IST)
नई दिल्ली। भारत के उभरते टेनिस स्टार सुमीत नागल ने अर्जेंटीना में ब्यूनस आयर्स एटीपी चैलेंजर क्ले कोर्ट टूर्नामेंट जीतकर इतिहास रच दिया है और इसके साथ ही वे विश्व रैंकिंग में अपनी सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग पर पहुंच गए हैं।

नागल ने फाइनल में विश्व के 166वें नंबर के खिलाड़ी अर्जेंटीना के फेकुंडो बैगनिस को लगातार सेटों में 6-4, 6-2 से हराया। भारतीय खिलाड़ी ने 1 घंटे 37 मिनट में यह मुकाबला जीता। नागल ने इससे पहले सेमीफाइनल में वर्ल्ड नंबर 108 ब्राजील के थियागो मोंटेरो को 6-0, 6-1 से हराया था। इस खिताब के साथ ही सुमीत ने एटीपी विश्व रैंकिंग में 26 स्थान की छलांग लगाकर अपने करियर के सर्वश्रेष्ठ 135वें स्थान पर पहुंच गए।
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22 साल के नागल पिछले महीने यूएस ओपन में 20 ग्रैंडस्लैम खिताबों के बादशाह स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर से पहले राउंड में पहला सेट जीतने के बाद चर्चा में आए थे।

नागल के इस फाइनल मैच के दौरान अर्जेंटीना में भारत के राजदूत दिनेश भाटिया और काफी संख्या में भारतीय दर्शक भी मौजूद थे। नागल दक्षिण अमेरिकी जमीन पर क्ले सपोर्ट पर खिताब जीतने वाले भारतीय बन गए हैं। केंद्रीय खेलमंत्री किरेन रिजिजू ने सुमीत नागल को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है।
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नागल के छोटे से करियर की यह दूसरी बड़ी सफलता है। उन्होंने इससे पहले 2017 में बेंगलुरु चैलेंजर्स इवेंट भी अपने नाम किया था। यह इस सत्र में किसी भारतीय का पहला एटीपी चैलेंजर टाइटल है। नागल ब्यूनस आयर्स एटीपी चैलेंजर खिताब जीतने वाले पहले एशियाई खिलाड़ी भी बने हैं।
 
सुमीत को हाल में बांजा लूका चैलेंजर्स के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन इस बार उन्होंने कोई गलती नहीं की और ब्यूनस आयर्स एटीपी चैलेंजर्स खिताब जीतकर ही दम लिया। इस जीत के बाद सुमीत एटीपी की ओर से जारी ताजा रैंकिंग में 159वें नंबर से 135वें नंबर पर पहुंच गए।
 
अपनी खिताबी जीत के बाद नागल ने कहा कि मैं यहां अकेले आया था। मेरे साथ मेरे कोच (सासा नेंनसेल) और ट्रेनर (मिलोस गागेलिक) भी नहीं थे। कोच के बिना खेलना मुश्किल होता है। लेकिन अब यहां ट्रॉफी उठाना मेरे लिए वाकई शानदार है और मुझे खुद पर गर्व है।
 
उन्होंने कहा कि अब मुझे अगले सप्ताह ब्राजील जाना है, जहां एक और चैलेंजर टूर्नामेंट खेलना है इसलिए मेरे पास इस जीत का जश्न मनाने का समय नहीं है। मुझे अभी भी काफी मेहनत करने की जरूरत है ताकि मैं अपने प्रदर्शन में और सुधार कर सकूं।

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