नई दिल्ली। ओलंपिक में लगातार दो बार पदक जीतने वाले खिलाड़ी पहलवान सुशील कुमार की देश के तीसरे सर्वाच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण के लिए सिफारिश की गई है।
यह दिलचस्प है कि सुशील के नाम की सिफारिश भारतीय कुश्ती महासंघ ने की है जिसके साथ पिछले कुछ समय में सुशील के संबंध अच्छे नहीं रहे थे। पहलवान नरसिंह यादव के अदालती लड़ाई जीतने और फिर डोपिंग प्रकरण भी जीतने के मामले में कुश्ती महासंघ ने नरसिंह का ही साथ दिया था।
सुशील ने ओलंपिक के लिए नरसिंह के साथ ट्रायल मांगा था लेकिन कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह इसके लिए तैयार नहीं हुए थे। हालांकि रियो ओलंपिक के दौरान कैस ने वाडा की अपील पर नरसिंह पर चार साल का प्रतिबंध लगा दिया था।
कुश्ती महासंघ ने सुशील के साथ कोच रहे यशवीर सिंह और महिला पहलवान अल्का तोमर का नाम पद्मश्री के लिए भेजा है। उल्लेखनीय है कि खेल मंत्रालय ने वर्ष 2014 में सुशील का नाम पद्म भूषण के लिए भेजा था लेकिन तब बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल ने नियमों का हवाला देते हुए आपत्ति उठाई थी। सरकार ने फिर 2015 में सुशील के गुरू महाबली सतपाल को पद्म भूषण से सम्मानित किया था।
सुशील देश के एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने लगातार दो ओलंपिक में पदक जीते हैं। सुशील ने 2008 के बीजिंग ओलंपिक में कांस्य पदक और 2012 के लंदन ओलंपिक में रजत पदक जीता था। वह नरसिंह यादव के साथ अदालती लड़ाई के चलते 2016 के रियो ओलंपिक नहीं खेल पाए।
यशवीर सिंह जाने माने कुश्ती कोच हैं और 2010 में मास्को में हुई विश्व चैंपियनशिप में सुशील के स्वर्ण पदक जीतने के समय वह कोच के रूप में टीम के साथ थे। यशवीर को उस समय फीला ने सर्वश्रेष्ठ कोच के पुरस्कार से नवाजा था। अलका तोमर 2006 में चीन के ग्वांगझू में हुई सीनियर कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक विजेता हैं। उन्हें 2007 में अर्जुन पुरस्कार मिला था और उन्होंने 2010 दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक हासिल किया था।
15 बार के विश्व बिलियर्ड्स एवं स्नूकर चैंपियन पंकज आडवाणी, निशानेबाज जीतू राय और टेबल टेनिस खिलाड़ी अचंत शरत कमल भी अवार्ड की होड़ में हैं। जीतू को हाल में पीवी सिंधू, साक्षी मलिक और दीपा करमाकर के साथ देश के सर्वोच्च राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से नवाजा गया था। (वार्ता)