नई दिल्ली: जूनियर रेसलर सागर धनखड़ मर्डर केस में फंस चुके ओलंपियन सुशील कुमार को बड़ा झटका लगा है। उत्तरी रेलवे ने सुशील पर लगे हत्याकांड के आरोपों के बाद उन्हें नौकरी से निलंबित कर दिया है। उत्तर रेलवे के प्रवक्ता दीपक कुमार की ओर से यह जानकारी दी गई है।
दीपक कुमार ने बताया कि सुशील कुमार के खिलाफ आपराधिक मामले की जांच चल रही है, इस वजह से उन्हें नौकरी से निलंबित किया जाता है। उल्लेखनीय है कि सुशील कुमार को नॉर्दन रेलवे में कमर्शियल मैनेजर के पद पर नौकरी मिली थी और फिलहाल वो छत्रसाल स्टेडियम में ओएसडी के पद तैनात थे।
उत्तर रेलवे बोर्ड को दिल्ली सरकार से रविवार को मामले की पूरी रिपोर्ट मिली थी। तभी से यह माना जा रहा था कि उनको कभी भी बोर्ड की तरफ से सस्पेंड किया जा सकता है। बोर्ड की तरफ से ये भी कह दिया गया था कि अगर सुशील कुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होती है तो उन्हें निलंबित कर दिया जाएगा।
वारदात का दृश्य दोहराने के लिए सुशील को लेकर छत्रसाल स्टेडियम पहुंची दिल्ली पुलिस
पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के मामले में गिरफ्तार ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार को लेकर दिल्ली पुलिस की टीम मंगलवार सुबह-सुबह छत्रसाल स्टेडियम पहुंची। सुशील को स्टेडिटम के अंदर उस कमरे में ले जाया गया, जहां पर वारदात हुई थी। दिल्ली पुलिस की टीम ये जानना चाहती है कि आखिर उस रात क्या हुआ था।
यही नहीं, दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक, क्राइम ब्रांच यह भी जानना चाहती है कि फरारी के दौरान सुशील कुमार की किस-किस शख्स ने मदद की और वह कहां-कहां गया था। उल्लेखनीय है कि दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम पहलवान सुशील कुमार के केस को टेकओवर करने के बाद अब एक्शन में आ गई है। सोमवार को नार्थ वेस्ट जिला अंतर्गत मॉडल टाउन थाना से पहलवान सागर धनखड़ की हत्या मामले की गंभीरता को देखते हुए इस केस को क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर किया गया था। पूर्वी दिल्ली स्थित शकरपुर क्राइम ब्रांच की टीम अब इस मामले की तफ्तीश कर रही है।
इससे पहले दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की पूछताछ में सुशील कुमार ने बताया कि वह पहलवान सागर धनखड़ को सिर्फ डराना चाहता था, इसलिए पिटाई की थी। यही नहीं, हथियार भी इसीलिए लाए गए थे और इस पूरी घटना का वीडियो खौफ पैदा करने के लिए बनवाया गया था। हालांकि सागर को मारने का कोई इरादा नहीं था, लेकिन जब उसकी मौत की सूचना मिली तो मैं भाग गया और 18 दिन तक गायब रहा। इसके बाद दिल्ली लौटा।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम इन लोकेशन पर लगातार सुशील से उस घटना की जानकारी लेती रही और यह जानने की कोशिश करती रही कि उस दिन सुशील के साथ और कौन-कौन मौके पर मौजूद था। दिल्ली पुलिस के पास जो वीडियो एविडेंस आए हैं जिसमे सुशील खुद डंडे मारते हुए नजर आ रहे हैं, उस वीडियो को भी दिल्ली पुलिस ने वहां पर वेरीफाई करने की कोशिश की। हालांकि इस मामले में एक अन्य आरोपी प्रिंस के द्वारा पुलिस को ये जानकारी मिली थी कि सुशील कुमार के कहने पर ही उस वीडियो को बनाया गया था, जिससे अन्य पहलवानों और स्थानीय लोगों के बीच सुशील कुमार अपना वर्चस्व कायम रखें और उन लोगों के बीच खौफ बनाये रखें।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सुशील कुमार ने गिरफ्तारी के बाद पूछताछ और तफ़्तीश के दौरान दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के सामने छत्रसाल स्टेडियम में होने की बात तो कबूली और ये कहा कि यहां पर दो गुटों का झगड़ा हो रहा था और मैं बीच-बचाव करने के लिए यहां पहुंचा था, लेकिन सुशील ने मॉडल टाउन के फ्लैट से सागर धनखड़ और सोनू को लाने की बात कबूल नहीं की। पुलिस के सूत्रों के अनुसार, जब पुलिस इन जगहों पर सुशील से पूछताछ कर रही थी उस दौरान सुशील कई बार नर्वस हो रहा था और बार-बार अपने बयान बदल रहा था। फिलहाल सुशील और अजय को लेकर दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की टीम वापस शकरपुर क्राइम ब्रांच ऑफिस आ गई और सुशील से लगातार पूछताछ जारी है।(वार्ता)