टोक्यो: ओलंपिक शुरू होने में मात्र तीन सप्ताह का समय रह गया है और जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा के पास इस बात का कोई जवाब नहीं है कि कोरोना संक्रमण के बढते मामलों के बीच दर्शकों को प्रवेश की अनुमति दी जायेगी या नहीं।
तोक्यो में लगातार बढते कोरोना मामलों के बीच आशंका जताई जा रही है कि ओलंपिक से महामारी और फैलेगी ।
विशेषज्ञों ने चेताया है कि बेहद संक्रामक डेल्टा वैरिएंट से संक्रमण दर काफी बढ सकती है और खेलों के दौरान भी आपातकाल लगाना पड़ सकता है।
सुगा ने कहा , मैं कह चुका हूं कि ओलंपिक दर्शकों के बिना भी हो सकते हैं। हम लोगों की सुरक्षा को सर्वोपरि रखकर फैसला लेंगे।
तोक्यो में बुधवार को कोरोना के 673 नये मामले आये। तोक्यो मेट्रोपोलिटन सरकार के चिकित्सा सलाहकार डॉक्टर मित्सुओ काकू ने एक साप्ताहिक बैठक में गुरूवार को कहा कि डेल्टा वैरिएंट के बढते मामलों के कारण तोक्यो के हालात गंभीर हो गए हैं।
आयोजकों ने आपातकाल हटने की दशा में पिछले सप्ताह 10000 या स्टेडियम की क्षमता का 50 प्रतिशत दर्शकों को प्रवेश की अनुमति देने का फैसला किया था। आलोचना के बाद सरकारी अधिकारियों ने कहा कि खेल दर्शकों के बिना भी हो सकते हैं।
सुगा ने कहा कि आयोजन समिति , अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक और पैरालम्पिक समितियों से बात करके दर्शकों को प्रवेश देने के बारे में फैसला लिया जायेगा।
इससे पहले जापान की राजधानी टोक्यो में आगामी 23 जुलाई से शुरू होने वाले 2020 ओलंपिक खेलों के प्रत्येक स्थल के लिए दर्शकों की संख्या दस हजार तक सीमित कर दी गई थी।
आईओसी (अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति), आईपीसी (अंतरराष्ट्रीय पैरालंपिक समिति), टोक्यो ओलंपिक 2020 आयोजन समिति, टोक्यो महानगर सरकार और जापान सरकार के बीच हुई बैठक के बाद यह फैसला लिया गया था।
आयोजकों के मुताबिक दर्शकों से अनुरोध किया जाएगा कि वे सीधे स्थानों पर पहुंचे और सीधे घर लौटें और प्रांतों के बीच यात्रा करते समय सभी आवश्यक सावधानी बरतें। इसके अलावा मास्क पहनने और तेज आवाज में ना बोलने की हिदायत भी दी गई थी।
हालांकि किसी भी आपात स्थिति या अन्य संक्रमण रोधी उपायों के प्रावधानों के आधार पर 12 जुलाई के बाद संख्या को और कम किया जा सकता है या फिर बिना दर्शकों के भी खेल हो सकता है। उल्लेखनीय है कि कई महीने पहले विदेश से जापान आए दर्शकों के आयोजन स्थल में प्रवेश पर पाबंधी लगा दी गई है।