नई दिल्ली: अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) की तकनीकी समिति ने शुक्रवार को राष्ट्रीय फुटबॉल टीम कोच इगोर स्टिमक का कार्यकाल सितंबर तक बढ़ा दिया है और सावियो मेडिरा को इसाक डोरू की जगह अंतरिम तकनीकी निदेशक नियुक्त किया।
क्रोएशियाई विश्व कप टीम के खिलाड़ी स्टिमक का कार्यकाल बढ़ाया गया लेकिन डोरू का अनुबंध नहीं बढ़ाया गया जिनका करार भारतीय सीनियर टीम के मुख्य कोच के समय पर ही समाप्त हुआ।
एआईएफएफ ने अपनी तकनीकी समिति की वर्चुअल बैठक के बाद विज्ञप्ति में कहा, समिति ने सर्वसम्मति से राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच इगोर स्टिमक का कार्यकाल सितंबर 2021 तक बढ़ाने का फैसला किया।
स्टिमक को मई 2019 में दो साल के लिये इस पद पर नियुक्त किया गया था। शीर्ष संस्था ने कहा, वहीं, सावियो मेडिरा एआईएफएफ के अंतरिम तकनीकी निदेश के तौर पर जिम्मेदारी संभालेंगे जिसे समिति ने मंजूरी दी।
महासंघ के एक सूत्र ने डोरू के बारे में पूछे गये सवाल पर कहा कि उनका अनुबंध नहीं बढ़ाया गया है।
स्टिमक भारतीय टीम के 2022 फीफा विश्व कप और 2023 एएफसी एशियाई कप क्वालीफायर के आगामी मैचों के लिये दोहा में राष्ट्रीय टीम की तैयारियों में जुटे हैं। मैच तीन जून के बाद खेले जायेंगे।स्टिमक का अनुबंध 15 मई को खत्म हो गया था।
एआईएफएफ के महासचिव कुशल दास ने समिति को फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप के लिये टीम की तैयारियों के रोडमैप के बारे में बताया जिसका आयोजन अगले साल भारत में 11 से 30 अक्टूबर तक किया जायेगा।एएफसी महिला एशिया कप अगले साल देश में 20 जनवरी से छह फरवरी तक आयोजित किया जाना है।
एआईएफएफ महासचिव ने कहा, भारतीय टीम को मुश्किल चुनौती से निपटना होगा
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के महासचिव कुशल दास ने कहा कि पुरूष राष्ट्रीय टीम को अगले महीने कतर में 2022 फीफा विश्व कप और 2023 एशियाई कप के संयुक्त क्वालीफायर के बचे हुए मुकाबलों में कड़ी चुनौती का सामना करना होगा।
टीम करिश्माई सुनील छेत्री की वापसी से मजबूत हुई है और दोहा में जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में चल रहे अभ्यास शिविर में हिस्सा ले रही है। टीम का पहला मैच तीन जून को मेजबान कतर से है और फिर उसे सात जून को बांग्लादेश और 15 जून को अफगानिस्तान से खेलना है।
दास ने पीटीआई-भाषा से कहा, कोच इगोर स्टिमक को चुनौती का सामना करना होगा, बांग्लादेश ने अपनी प्रीमियर लीग अभी खत्म की है और तब से टीम शिविर में है।
उन्होंने कहा, कई अफगानिस्तानी खिलाड़ी भी यूरोप में खेलते हैं और वे पिछले कुछ समय से दुबई में शिविर में हैं जिससे उन्हें काफी अभ्यास का मौका मिला है।
भारतीय टीम ग्रुप ई में तीन अंक के साथ चौथे स्थान पर है और विश्व कप स्थान की दौड़ से बाहर हो चुकी है लेकिन उसके पास अब भी चीन में 2023 एशियाई कप के लिये क्वालीफाई करने का मौका है।
टीम को दो मई के बाद से कोलकाता में राष्ट्रीय शिविर में हिस्सा लेना था लेकिन देश भर में कोविड-19 महामारी के बढ़ने से इसे रद्द करना पड़ा।
हालांकि एआईएफएफ भारत में अनिवार्य परीक्षण और पृथकवास प्रोटोकॉल का पालन करने के बाद कतर में छोटा सा शिविर कराने में सफल रहा।
उन्होंने कहा, परिस्थितियां मुश्किल हैं लेकिन कोई विकल्प नहीं है क्योंकि पृथकवास और जैविक रूप से सुरक्षित माहौल अब जरूरी हो गये हैं और टीम की सुरक्षा हमारी शीर्ष प्राथमिकता है। (भाषा)