टोक्यो। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने इस वर्ष जुलाई में होने वाले खेलों के महाकुंभ ओलंपिक के आयोजन को लेकर कहा है कि अगर कोरोना वायरस के बीच खेल के पूर्ण प्रारूप को सुरक्षित रूप से आयोजित नहीं किया जा सकेगा तो ओलंपिक स्थगित किए जा सकते हैं।
प्रधानमंत्री आबे ने कहा, 'यदि ओलंपिक के पूरे प्रारूप के आयोजन में परेशानी आएगी तो हम पहले खिलाड़ियों के बारे में सोचेंगे और इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि खेल स्थगित करने को लेकर कोई निर्णय करना होगा।'
विश्व भर में फ़ैल चुके कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के अध्यक्ष थॉमस बाक ने रविवार को कहा कि ओलंपिक स्थगित करने का फैसला 4 सप्ताह के अंदर लिया जाएगा।
उन्होंने कहा, 'एक तरफ जापान में हालात में सुधार हो रहा है और लोगों ने ओलंपिक मशाल का गर्मजोशी से स्वागत किया है। इससे हमारा इसे निर्धारित समय में कराने को लेकर हौसला बढ़ा है।'
बाक ने साथ ही कहा कि ओलंपिक को रद्द करना समिति के एजेंडे में शामिल नहीं है और टूर्नामेंट की नई तारीखों के बारे में इस बैठक में कोई चर्चा नहीं हुई है। गौरतलब है कि कई देशों की ओलंपिक समितियों ने ओलंपिक खेलों को स्थगित करने की अपील की है।
रॉयल स्पेनिश एथलेटिक्स संघ (आरईएफए), अमेरिका ट्रैक एंड फील्ड, ब्राज़ील और नॉर्वे की ओलंपिक समिति ने भी 2020 टोक्यो ओलम्पिक को स्थगित करने की मांग की है।
कोलंबिया और स्लोवनिया तथा कई खेल संगठन इन खेलों को स्थगित करने का अनुरोध कर चुके हैं। वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना वायरस के कारण दुनियाभर के खेल प्रभावित हुए हैं और ओलंपिक के आयोजन को लेकर भी खतरा पैदा हो गया है।