भुवनेश्वर: दक्षिण कोरिया के खिलाफ मंगलवार को यहां विश्व कप मैच के अंत में जापान के 12 खिलाड़ी मैदान पर दिखे जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) मामले की जांच करेगा।जापान पूल बी मैच में 1-2 से हार गया और एफआईएच ने कहा कि यह परिणाम बरकरार रहेगा।
एफआईएच ने कहा, जापान और कोरिया के बीच आज के एफआईएच हॉकी पुरुष विश्व कप मैच के अंतिम क्षणों में एफआईएच के हॉकी के नियमों में निर्धारित अधिकतम 11 की जगह जापान की टीम के 12 खिलाड़ी मैदान पर थे।
बयान के अनुसार, मैच के बाद एफआईएच अधिकारियों - जिन्होंने उस समय इस चीज को नहीं पकड़ा- ने जापान की टीम से बात की है जिन्होंने स्पष्ट किया कि उन्हें इसका बिल्कुल भी अहसास नहीं था और उन्होंने माफी मांगी।
एफआईएच के अधिकारियों ने कोरियाई टीम को भी इस मामले की जानकारी दी।बयान के अनुसार, एफआईएच वर्तमान में यह पता करने के लिए इस मुद्दे की जांच कर रहा है कि यह कैसे हुआ।
जुंगजुन के दम पर कोरिया विजयी
दक्षिण कोरिया ने मंगलवार को एफआईएच पुरुष हॉकी विश्व कप 2023 के पूल-बी मुकाबले में जापान को 2-1 से हराकर क्वार्टरफाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को बरकरार रखा।
कलिंगा स्टेडियम पर खेले गये मुकाबले में केन नागायोशी ने पहले ही मिनट में गोल करके जापान को बढ़त दिलाई, लेकिन जुंगजुन ली (आठवां, 23वां मिनट) ने दो गोल जमाकर कोरिया की जीत सुनिश्चित की।
कोरिया दो मैचों में एक हार और एक जीत के साथ पूल-बी में तीसरे स्थान पर आ गया, जबकि जापान अपने दोनों मुकाबले हारकर तालिका में चौथे स्थान पर पहुंच गया है।
एशिया कप 2022 की विजेता कोरिया की इस मुकाबले में शुरुआत अच्छी नहीं रही और जापान ने पहले ही मिनट में पेनल्टी कॉर्नर अर्जित कर लिया। कोरिया की मुश्किलें तब बढ़ गयीं जब नागायोशी ने पेनल्टी को गोल में तब्दील कर दिया।
एशियाई चैंपियन शुरुआती पलों में ही एक गोल से पिछड़ गया था लेकिन जुंगजुन उनकी मदद के लिये आगे आये और आठवें मिनट में गोल दागकर स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। कोरिया को पहले क्वार्टर में तीन पेनल्टी कॉर्नर भी मिले, लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा सका। जुंगजुन ने आखिरकार दूसरे क्वार्टर के आठवें मिनट में गोल जमाकर कोरिया को बढ़त की स्थिति में पहुंचा दिया।
जापान के पास तीसरे क्वार्टर की शुरुआत में स्कोर बराबर करने का मौका था लेकिन वह पेनल्टी कॉर्नर पर गोल नहीं कर सका। कोरिया ने भी चौथे क्वार्टर की शुरुआत में पेनल्टी कॉर्नर अर्जित किया लेकिन इस बार चार शॉट लगाने के बावजूद जापान का रक्षण अभेद्य साबित हुआ।
जब मुकाबला समाप्त होने में सिर्फ दो सेकंड बचे थे तब जापान को कुल तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन सभी में असफल रहने के कारण वह अपना दूसरा मुकाबला भी हार गया।