नई दिल्ली। भारतीय टीम भले ही आगामी फीफा अंडर-17 विश्व कप में दावेदारों में शुमार नहीं हो लेकिन मिडफील्डर सुरेश सिंह वांगजाम को भरोसा है कि घरेलू सरजमीं पर खेलने से उन्हें इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में अच्छा करने में मदद मिलेगी।
भारत ग्रुप 'ए' में अमेरिका, कोलंबिया और घाना के साथ है और मुख्य कोच लुई नोर्टन डि माटोस हमेशा ही कहते रहे हैं कि नॉकआउट स्थान असंभव नहीं है तो मुश्किल तो है ही। 6 से 28 अक्टूबर तक होने वाले टूर्नामेंट में भारत के मौके के बारे में पूछने पर सुरेश ने कहा कि एक फुटबॉल टीम कभी भी मैच हारने की तैयारी नहीं करती है और हम जीतने की तैयारी कर रहे हैं। यह हमारा घरेलू मैदान है और यह हमारे लिए काफी फायदेमंद चीज है।
सुरेश ने 2016 ब्रिक्स कप और एएफसी अंडर-16 चैंपियनशिप में टीम की अगुवाई की थी। उन्होंने कहा कि हम अच्छी तैयारी कर रहे हैं और हमने विदेश के दौरे भी किए हैं और प्रतिस्पर्धाएं खेली हैं इसलिए हम अपना सर्वश्रेष्ठ करना चाहते हैं। देखते हैं कि हम क्या कर सकते हैं।
मणिपुर का यह खिलाड़ी टीम की ओर से सबसे ज्यादा मुकाबले खेलने वाले खिलाड़ियों से एक है। उन्होंने कहा कि यह मेरा पहला विश्व कप है और मैं नहीं जानता कि क्या होगा? लेकिन हम उस दिन का इंतजार कर रहे हैं, जब हम विश्व कप में राष्ट्रीय टीम की जर्सी पहनेंगे। (भाषा)