मुंबई। डब्ल्यूबीओ एशिया पैसिफिक सुपर मिडलवेट चैंपियन विजेन्दर सिंह डब्ल्यूबीओ ओरियंटल सुपरमिडलवेट चैंपियन चीन के नंबर एक मुक्केबाज़ जुल्फिकार मैमाताली को शनिवार को नॉकऑउट कर अपना अपराजेय क्रम बरकरार रखने के इरादे से उतरेंगे।
बैटलग्राउंड एशिया के नाम से हो रहे इस मुक़ाबले में भारत के दो अनुभवी मुक्केबाज और ओलंपियन अखिल कुमार तथा जितेंद्र कुमार भी अपना प्रो मुक्केबाजी पदार्पण करेंगे। नौ साल बाद यह पहला मौका होगा जब विजेन्दर, अखिल और जितेंद्र एक साथ रिंग में उतरेंगे।
नॉकआउट किंग बन चुके विजेन्दर और मैमाताली का शुक्रवार को यहां वजन हुआ और दोनों मुक्केबाजों ने एक दूसरे को नॉक आउट करने की चुनौती दे डाली। दोनों के बीच पिछले कुछ दिनों में जमकर वाकयुद्ध हुआ है और अब असली मुक़ाबले की घड़ी आ पहुंची है।
विजेंदर ने पूरे आत्मविश्वास के साथ कहा कि वह अपना नौवां मुक़ाबला जीतने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। विजेंदर पहले ही कह चुके हैं कि चाइनीज़ माल ज्यादा देर नहीं चलता है और वह मैमाताली को निपटाने में ज्यादा समय नहीं लगाएंगे। विजेंदर प्रो मुक्केबाज़ी में अपने आठ मुकाबलों में सात नॉकआउट से जीत चुके हैं।
विजेंदर के मुकाबले जुल्पिकार नौ साल छोटे हैं लेकिन इसका भारतीय मुक्केबाज पर कोई असर नहीं है। उन्होंने कहा, इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह मुझसे उम्र में नौ वर्ष कम है। जब आप रिंग में उतरते हैं तो मुकाबले में आपका अनुभव काम आता है। वह कितना युवा है इसका मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है। मैं उसे पीटने के लिए तैयार हूं।
डब्ल्यूबीओ ओरियंटल सुपरमिडलवेट चैंपियन जुल्पिकार ने भी विजेंदर को करारा जवाब देते हुए कहा है कि वह शनिवार को भारतीय मुक्केबाज को चीन का दम दिखाएंगे। जुल्पिकार का प्रो मुक्केबाजी में आठ मुकाबलों में पांच नॉकआउट सहित सात में जीत आैर एक ड्रॉ का रिकॉर्ड है।
जुल्पिकार ने कहा," मैं विजेन्दर को चीन का दम दिखाऊंगा। यह समय विजेन्दर को सबक सिखाने का समय है और मैं तुमसे तुम्हारी बेल्ट छीन लूंगा। जुल्पिकार से पहले भी कई मुक्केबाजों ने ऐसे दावे किए थे लेकिन कोई भी विजेंदर की मार के सामने टिक नहीं पाया।
22 वर्षीय जुल्पिकार ने गत वर्ष जुलाई में तंजानिया के थामस मशाली को पीटकर डब्ल्यूबीओ ओरियंटल सुपरमिडलवेट चैंपियन का खिताब जीता था। वहीं दूसरी ओर डब्ल्यूबीओ एशिया पैसिफिक सुपर मिडलवेट चैंपियन विजेन्दर ने विश्व के पूर्व नंबर एक मुक्केबाज तंजानिया के फ्रांसिस चेका को हराकर अपने खिताब का बचाव किया था जो उन्होंने 2016 में आस्ट्रेलिया के कैरी होप को हराकर जीता था।
बैटलग्राउंड एशिया में भारत के दो अनुभवी मुक्केबाज और ओलंपियन अखिल कुमार तथा जितेंद्र कुमार भी अपना प्रो मुक्केबाजी पदार्पण करेंगे। इनके अलावा नीरज गोयत, प्रदीप खरेरा, धर्मेंद्र ग्रेवाल, कुलदीप ढांडा और आसिफ खान भी बैटलग्राउंड एशिया में अपनी चुनौती रखेंगे। (वार्ता)