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पाकिस्तान के लिए लकी साबित होगा कलिंगा स्टेडियम : रिजवान

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, रविवार, 25 नवंबर 2018 (23:04 IST)
भुवनेश्वर। भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक तनाव के कारण द्विपक्षीय खेल सम्बन्ध बेशक टूटे हुए हैं लेकिन पाकिस्तानी टीम हॉकी विश्व कप में हिस्सा लेने के लिए वाघा सीमा से भारत पहुंच चुकी है। पाकिस्तान की टीम का शनिवार को वाघा सीमा पर स्वागत किया गया और टीम अपने भाग्यशाली कलिंगा स्टेडियम में खेलने को लेकर काफी रोमांचित है। 
 
 
पाकिस्तान के कप्तान मोहम्मद रिजवान सीनियर ने कलिंगा स्टेडियम को अपनी टीम के लिए भाग्यशाली बताया है। पाकिस्तान ने 2014 में आखिरी बार जब यहां खेला था तब वह एफआईएच चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से खेली थी। 
 
रिजवान ने बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद कहा, हम यहां पहले भी खेल चुके हैं और हमें इस मैदान पर खेलने में मजा आता है। यह हमारे लिए भाग्यशाली मैदान है और यहां वापस लौटने पर हम काफी रोमांचित हैं। 
 
पाकिस्तान के टीम मैनेजर और महान खिलाड़ी हसन सरदार ने पाकिस्तान के पूल डी को पूल ऑफ डैथ बताए जाने के बारे में पूछने पर कहा, हमारे पूल में जर्मनी, हॉलैंड और मलेशिया जैसी टीमें हैं और निश्चित रूप से यह पूल ऑफ डैथ है। हमारे लिए हर मैच बहुत महत्वपूर्ण होगा। हमें हर मैच को इस तरह खेलना होगा कि यह नॉकऑउट मैच है और हमें इसे हर हाल में जीतना है। 
 
पाकिस्तान हॉकी विश्व कप के इतिहास का सबसे सफल देश है लेकिन पिछले कुछ वर्षों में उसके प्रदर्शन में गिरावट आई है।पाकिस्तान को हाल में जकार्ता एशियाई खेलों में भारत से हारने के बाद चौथा स्थान मिला था। पाकिस्तान ने चार बार (1971, 1978, 1982, 1994) विश्व कप जीता है जबकि वह दो बार उपविजेता (1975, 1990) तथा एक बार (1973) चौथे स्थान पर रहा है। 
 
हसन सरदार ने कहा, हमारा पहला मैच जर्मनी से है और हम इस मैच में जीत हासिल करने की पुरजोर कोशिश करेंगे। मैं विश्व कप में हिस्सा ले रही हरटीम को शुभकामनाएं देना चाहता हूं। मैं उम्मीद करता हूं कि विश्व कप में हिस्सा ले रही सभी 16 टीमें शानदार हॉकी का प्रदर्शन करें ताकि भारत और दुनिया के खेल प्रेमी इसका मजा ले सकें। 
 
इससे पहले विश्व की तीसरे नंबर की टीम बेल्जियम और चौथे नंबर की टीम हॉलैंड हॉकी विश्व कप में हिस्सा लेने के लिए शनिवार शाम भुवनेश्वर पहुंची थीं। हॉलैंड को पूल डी में जर्मनी, पाकिस्तान और मलेशिया के साथ रखा गया है और इस पूल को पूल ऑफ डैथ माना जा रहा है। 
 
दूसरी तरफ बेल्जियम को पूल बी में मेजबान भारत, कनाडा और दक्षिण अफ्रीका के साथ रखा गया है। इंग्लैंड और न्यूजीलैंड की टीमें शुक्रवार रात को यहां पहुंची थीं और शनिवार को उन्होंने टर्फ का जायजा लिया था।

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