प्रसिद्ध पर्वतारोही संतोष यादव ने कहा कि ढृढ़ इच्छाशक्ति और लक्ष्य के प्रति ईमानदारी से हर लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
संतोष यहाँ जाने माने पर्वतारोही मनोहर पुरी की पुस्तक 'पर्वतारोहण का रोमांच' के लोकार्पण के अवसर पर बोल रही थीं।
एक वर्ष में दो बार एवरेस्ट पर चढ़ाई करने वाली संतोष ने कहा कि मैंने एवरेस्ट पर विजय नहीं पाई, बल्कि मैंने उसे नमन किया। उन्होंने समारोह में पर्वतारोहण के कुछ गुर भी बताए और लोगों से अपने अनुभव बाँटे।
उन्होंने कहा कि लक्ष्य के प्रति ईमानदारी से हर व्यक्ति अपने जीवन में ऊचाईयों को छू सकता है।
इस अवसर पर रोजगार समाचार के अपर महानिदेशक घनश्याम गोयल ने संतोष को एक महान महिला बताया और कहा कि एवरेस्ट विजय और ऐसे दूसरे कठिन अभियानों में सफल होकर उन्होंने महिला सशक्तिकरण को मजबूती दी है।