इटली के फुटबॉल इतिहास का 'काला दिन'
मिलान , शुक्रवार, 25 जून 2010 (20:51 IST)
चार बार के विजेता इटली के स्लोवाकिया के हाथों 3-2 से हारकर फुटबॉल विश्व कप के पहले ही राउंड में बाहर होने को इतावली मीडिया ने देश के फुटबॉल इतिहास का काला दिन करार दिया है।दक्षिण अफ्रीका में हो रहे विश्व कप में एक भी जीत हासिल करने में नाकाम रहे इटली के फुटबॉलइतिहास में यह पहला मौका है जब गत विजेता टीम को पहले राउंड में ही टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा। इस निराशाजनक हार से बौखलाए इतावली मीडिया ने टीम को आडे हाथों लिया।'
ला गजेटा डेलो स्पोर्ट' ने अपने संपादकीय में लिखा 'यह देश के फुटबॉल इतिहास का काला दिन है। इस बार विश्व कप में उतरी यह टीम आज तक की सबसे खराब टीम है।' समाचार पत्र ने कप्तान फेबियो कैनावरो का साथी खिलाड़ी फेबियो क्वागिलियारेला को सांत्वना देता फोटो भी प्रकाशित किया है।इटली ने विश्व कप में बेहद निराशाजनक प्रदर्शन किया। पराग्वे और न्यूजीलैंड ने विश्व कप के प्रबल दावेदार माने जा रहे इटली को बराबरी पर रोका जबकि स्लोवाकिया ने उसे 3-1 से करारी शिकस्त दी। '
समाचार पत्र टुटो स्पोर्ट' ने लिखा 'जोहानसबर्ग के साकर सिटी स्टेडियम में बिना स्टाइल और बिना सोच वाली हारी हुई बूढ़ी इतावली टीम नजर आई। टीम ने वाकई अपने प्रशंसकों को निराश किया।' मीडिया ने इटली के खिलाड़ियों पर बिल्कुल रहम नहीं दिखाया और इस शर्मनाक विदाई को पूरे देश की कमजोरी करार दिया।कई कमेंटेटरों ने अजूरी टीम की इस खस्ता हालत की यूरोपीय संकट के दौरान इटली की आर्थिक स्थिति से तुलना की। बेहा ने कहा कि यह ऐसे देश की तरह है जिसके पास न कोई पहचान, न कोई विचार और न ही कोई भविष्य है।इटली के प्रमुख समाचार पत्र 'कुरियर डेला सेरा' का शीर्षक था 'अजूरी, हार और शर्म' जबकि 'ला रिपब्लिका' ने लिखा 'अजूरी,हार और आंसू।' ज्यादातर अखबारों में आँसुओं में डूबे क्वागिलियारेला की तस्वीर नजर आई।इससे पहले 1998 का चैंपियन और गत उपविजेता फ्रांस भी विश्व कप से बाहर हो गया था। इतिहास में यह पहला मौका है जब पिछले दो फाइनलिस्ट विश्व कप के ग्रुप चरण में ही बाहर हो गए। (वार्ता)