भारत के शीर्ष खिलाड़ियों में शामिल रहे अनूप श्रीधर इंडियन ओपन सुपर सिरीज बैडमिंटन के क्वालीफिकेशन दौर के कार्यक्रम से काफी नाराज है जिसके कारण उन्हें बिना किसी आराम के लगातार दो मैच खेलने पड़े।
अनूप ने क्वालीफिकेशन राउंड के पहले दौर में विक्रम सैनी को 21-14, 21-8 से हराया जिसके कुछ ही देर बाद उन्हें के नंदगोपाल का सामना करना पड़ा। अनूप ने दूसरा मुकाबला भी 21-15, 25-23 से जीतकर मुख्य ड्रॉ में जगह बनाई लेकिन इन दोनों मुकाबलों के बीच में कुछ घंटों का भी अंतर नहीं था।
कार्यक्रम से नाराज अनूप ने मैच के बाद कहा, ‘टूर्नामेंट का कार्यक्रम आज काफी बेवकूफाना था। मेरा पहला मैच साढ़े बारह बजे खत्म हुए, जिसके डेढ़ से दो घंटे के अंदर मुझे दूसरे मुकाबले के लिए कोर्ट पर उतरना पड़ा। मैं जीत गया इसलिए यह अधिक मायने नहीं रखता लेकिन कार्यक्रम काफी खराब था। पहले कार्यक्रम के अनुसार मुझे शाम को दूसरा मुकाबला खेलना था लेकिन बाद में मुझे बताया गया कि मेरा मैच दिन में होगा।’
उन्होंने कहा, ‘अगर आप किसी छोटे मोटे टूर्नामेंट में खेल रहे हो तो इस तरह का कार्यक्रम चलता है लेकिन सुपर सिरीज जैसे अहम टूर्नामेंट के मैचों के बीच में आराम मिलना ही चाहिए।’
अनूप को कल मुख्य ड्रॉ के पहले दौर में दूसरे वरीय और दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी इंडोनेशिया के तौफीक हिदायत का सामना करना है और इस भारतीय खिलाड़ी ने कहा कि वह इस चुनौती के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा, ‘जब मैं पिछली बार तौफीक से भिड़ा था तो मैंने उसे हराया था लेकिन यह चार साल पहले की बात है। वह महान खिलाड़ी है और उसने हर बड़ा टूर्नामेंट जीता है। लेकिन हमारे मैच हमेशा करीबी होते हैं और उम्मीद करता हूं कि मैं उसे कड़ी टक्कर देने में सफल रहूंगा।’
अनूप ने कहा, ‘हम दोनों एक दूसरे के खेल को काफी अच्छी तरह जानते हैं। मेरे पास हारने के लिए कुछ भी नहीं है इसलिए मैं बिना किसी दबाव के खेलूंगा और यही मेरे लिए सकारात्मक चीज है।’
इस भारतीय खिलाड़ी ने साथ ही कहा कि उन्होंने नए कोच और ट्रेनर के मार्गदर्शन में प्रकाश पादुकोण अकादमी में कड़ी मेहनत की है और वह टूर्नामेंट के लिए पूरी तरह फिट हैं।
उन्होंने कहा मैंने पाँच से छह किलो वजन घटाया है और अपनी तकनीक पर भी काम किया है जिससे कि मेरे पैर में चोट लगने की आशंका भी कम हुई है। इसमें अलावा मैंने अपनी स्ट्रैंथ पर भी काम किया है। (भाषा)