डिफेंडर भूटिया ने जीता सभी का दिल
शिलांग , मंगलवार, 26 अप्रैल 2011 (23:31 IST)
भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान बाईचुंग भूटिया की स्ट्राइकर के रूप में काबिलियत से सभी अच्छी तरह से अवगत हैं। लेकिन कहा जाता है कि जिसे पास प्रतिभा हो उसके लिए कोई भी भूमिका निभानी आसान होती है। भूटिया आज यहाँ यूनाईटेड सिक्किम और स्पोर्टिंग क्लब डि गोवा के बीच सेकंड डिवीजन आई लीग के अंतिम चरण के मैच में सेंट्रल डिफेंडर के रूप में मैदान पर उतरे। यह मैच 1-1 से बराबर छूटा।मैच में गोवा की टीम ने नाईजीरियाई डेनियल बिदेमी के गोल से 27वें मिनट में बढ़त बनाई। इसके सात मिनट बाद यूनाईटेड के लिए बेंगीचो बीकोखेई ने बराबरी का गोल किया।यह तो रही परिणाम की बात लेकिन मैच के आकर्षण भूटिया रहे, जिन्होंने अपनी नयी भूमिका में प्रभावशाली प्रदर्शन करके दर्शकों को अपना कायल बना दिया। वह स्टापर बैक के तौर पर खेल रहे थे। भूटिया हालाँकि पहली बार अग्रिम पंक्ति से रक्षापंक्ति में नहीं गए। इससे पहले नब्बे के दशक में मलेशिया के खिलाफ मैच में उन्होंने तब गोलकीपर की भूमिका निभाई थी, जब नियमित गोलकीपर को लाल कार्ड दिखाकर बाहर भेज दिया गया था।मैच में 80 मिनट तक खेलने वाले भूटिया ने बाद में कहा मैं अपनी नयी भूमिका में सहज महसूस कर रहा हूँ। मैंने उनके दो विदेशी स्ट्राइकरों को खुलकर नहीं खेलने दिया। भूटिया के साथ डिफेन्स में खेल रहे उनके साथी एनएस मंजू ने उनकी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा बाईचुंग के साथ डिफेंस में साथ में खेलना रोमांचक रहा। उनकी आकलन करने की क्षमता गजब की है। (भाषा)