Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

निशानेबाजों से ओलिम्पिक में स्वर्णिम उम्मीद

हमें फॉलो करें निशानेबाजों से ओलिम्पिक में स्वर्णिम उम्मीद
नई दिल्ली , बुधवार, 14 मार्च 2012 (00:11 IST)
FILE
भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) के अध्यक्ष रनिंदर सिंह ने उम्मीद जतई कि भारतीय निशानेबाज जुलाई-अगस्त में लंदन में होने वाले ओलिम्पिक खेलों में शानदार प्रदर्शन कर देश के लिए पदक जीतेंगे।

रनिंदर ने कहा कि लंदन ओलिम्पिक में 11 निशानेबाजों की टीम राइफल, पिस्टल और शॉटगन की दस स्पर्द्धाओं में हिस्सा लेगी। गगन नारंग, अनुराज सिंह और विजय कुमार एक से ज्यादा स्पर्द्धाओं में भारत की दावेदारी पेश करेंगे।

उन्होंने कहा पिछले बीजिंग ओलिम्पिक में भाग लेने वाले ओलिम्पिक में भाग लेने वाले निशानेबाजों को संख्या नौ थी जबकि इस बार यह 11 पहुंच गई है। वर्ष 1988 में कोटा सिस्टम शुरू किए जाने के बाद से ओलिम्पिक के लिए क्वालीफाई करने वाले भारतीय निशानेबाजों की यह सर्वाधिक संख्या है।

एनआरएआई के अध्यक्ष ने कहा अब जब ओलिम्पिक के लिए भारतीय निशानेबाजों की अंतिम टीम का चयन हो चुका है तो हमारा सारा ध्यान इन खिलाड़ियों की ओलिम्पिक के लिए प्रशिक्षण और तैयारियों पर लग गया है। इन निशानेबाजों के लिए प्रशिक्षण योजना तैयार कर केन्द्रीय खेल मंत्रालय को सौंप दी ई है ताकि इसके लिए धन जारी किया जा सके।

उन्होंने साथ ही बताया कि राष्ट्रीय खेल विकास कोष (एनएसडीएफ) के तहत चार निशानेबाजों अभिनव बिंद्रा. मानवजीत सिंह. रोंजन सोढ़ी और शगुन चौधरी को व्यक्तिगत प्रशिक्षण के लिए धन पहले ही स्वीकृत किया जा चुका है जबकि शेष निशानेबाजों के लिए आईएसएसएफ विश्वकप शुर होने के साथ ही धन जारी कर दिया जाएगा।

रनिंदर ने बताया कि बीजिंग ओलिम्पिक में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले बिंद्रा ने अपने विशेषज्ञों की टीम के साथ प्रशिक्षण का कार्यक्रम तैयार किया है और इस समय जर्मनी में ट्रेनिंग ले रहे हैं। वह तीन विश्वकपों में हिस्सा लेंगे। उनके प्रशिक्षण के लिए जो खर्च आएगा, वह खेल मंत्रालय मंजूर कर चुका है।

मानवजीत और सोढ़ी भी प्रशिक्षण के लिए पिछले दस दिनों से इटली में हैं। मानवजीत टक्सन में विश्वकप में हिस्सा नहीं लेंगे और लंदन विश्वकप से पूर्व व्यक्तिगत प्रशिक्षण करते रहेंगे। सोढ़ी टक्सन विश्वकप में हिस्सा लेने जा रहे हैं। शगुन चौधरी पिछले आठ दिनों से दुबई में अभ्यास कर रही हैं और वह टक्सन विश्वकप के साथ अपना प्रशिक्षण कार्यक्रम शुर कर देंगी।

रनिंदर ने बताया कि इन निशानेबाजों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम और धन को खेल मंत्रालय की मंजूरी मिल चुकी है। विश्वकप में हिस्सा लेने के बाद निशानेबाज अपना अभ्यास फिर शुरू कर देंगे। उन्होंने कहा हम अपने निशानेबाजों को 17 जुलाई को लंदन भेज देंगे जिस दिन ओलिम्पिक का खेल गांव प्रतियोगियों के लिए खुल जाएगा।

उन्होंने बताया कि निशानेबाजों के लिए पहला राइफल और पिस्टल शिविर पुणे में 24 फरवरी से ।2 मार्च तक आयोजित हुआ था। सात राइफल और पिस्टल निशानेबाजों को आईएसएसएफ विश्वकप लंदन में भाग लेने से पहले कोचों की सलाह पर पर्याप्त विश्राम दिया गया है।

विश्वकप के बाद ये निशानेबाज प्रशिक्षण के लिए म्यूनिख चले जाएंगे और फिर मिलानो और म्यूनिख में दो विश्वकप में हिस्सा लेंगे। ओलिम्पिक के लिए 11 भारतीय निशानेबाज इस प्रकार हैं अभिनव बिंद्रा (दस मीटर राइफल) पुरुष, गगन नारंग (दस मीटर राइफल) पुरुष, 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन और राइफल प्रोन।

जायदीप कर्माकर (50 मीटर राइफल प्रोन पुरुष), संजीव राजपूत (50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन पुरुष), विजय कुमार (25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल और दस मीटर पिस्टल पुरुष), अनुराज सिंह (दस मीटर पिस्टल महिला) और 25 मीटर पिस्टल राही सरनोबत (25 मीटर पिस्टल महिला), हीना सिद्धू (दस मीटर पिस्टल महिला), रोंजन सोढ़ी (डबल ट्रैप पुरुष), शगुन चौधरी (ट्रैप महिला), मानवजीत सिंह (ट्रैप पुरुष)। (भाषा)

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi