पराग्वे, न्यूजीलैंड के लिए इतिहास रचने का मौका
पोलोकवाने , बुधवार, 23 जून 2010 (19:31 IST)
पराग्वे और न्यूजीलैंड गुरुवार यहाँ फीफा विश्व कप के ग्रुप एफ मैच में एक दूसरे के खिलाफ पीटर मोकोबा मैदान पर उतरेंगे और दोनों ही टीमें इस महत्वपूर्ण मुकाबले में जीत दर्ज कर फुटबॉल के महाकुंभ में इतिहास रचने की कोशिश में होंगी।पराग्वे की टीम चार अंक लेकर शीर्ष पर चल रही है और ग्रुप में पहले स्थान पर बने रहने और विश्व कप में पहली बार क्वार्टर फाइनल में पहुँचने के लिएजीत दर्ज करने का प्रयास करेगी। इस ग्रुप में शीर्ष पर रहने से उसे अंतिम 16 में ऊँची रैंकिंग पर काबिज नीदरलैंड्स से भिड़ने के बजाय डेनमार्क या जापान से खेलना होगा।न्यूजीलैंड के दो अंक हैं और उसे विश्व कप में पहली बार नाक आउट राउंड में जगह बनाने के लिए पराग्वे को हर हालत में शिकस्त देनी होगी या फिर गत चैम्पियन इटली से बेहतर परिणाम लाना होगा जो अपने अंतिम मैच में स्लोवाकिया के खिलाफ होगी।कीवी टीम 1982 में भी विश्व कप फाइनल्स में क्वालीफाई करने में सफल रही थी, लेकिन अपने तीनों ग्रुप मैच हार गई थी। उसे स्कॉटलैंड, सोवियत संघ और ब्राजील ने कुल गोल के हिसाब से 2-12 के परास्त किया था।इस बार 78वीं रैंकिंग पर काबिज न्यूजीलैंड की टीम ने किसी भी मैच में मात नहीं खाई है, उसने स्लोवाकिया और गत चैम्पियन इटली दोनों से 1-1 से ड्रॉ खेला।न्यूजीलैंड के कोच रिकी हर्बर्ट ने कहा कि यह हमारा अब का शानदार परिणाम है। फुटबॉल कोच के नाते यह इस खेल के इतिहास में हमारा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। पराग्वे की टीम विश्व कप के अंतिम 16 में चौथी बार क्वालीफाई करेगी, लेकिन वह अभी तक इस चरण के आगे नहीं बढ़ सकी है। इस दक्षिण अमेरिकी टीम ने ग्रुप के शुरुआती मुकाबलों में इटली को 1-1 से ड्रॉ पर रोका जबकि दूसरे मैच में स्लोवाकिया को 2-0 से पस्त किया।पराग्वे के अर्जेंटीनी कोच गेराडरे मार्टिनो ने कहा कि इन नतीजों से हम मानसिक रूप से मजबूत हुए हैं। हमारे रवैये में भी बदलाव हुआ है। भले ही उनकी टीम में शीर्ष स्ट्राइकर मौजूद नहीं हों, लेकिन वह रोमांचकारी और आक्रामक फुटबॉल खेलती है। (भाषा)