फीफा वर्ल्ड कप में इलाहबादी की धूम
अमेरिकी टीम की सफलता के पीछे एक इलाहाबादी
दक्षिण अफ्रीका में जारी फीफा विश्व कप में अमेरिका की टीम बेहतर प्रदर्शन करते हुए अंतिम 16 में जगह बना चुकी है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि इस टीम की सफलता में एक भारतीय का हाथ है।
मूलत: इलाहाबाद के रहने वाले अमेरिकी नागरिक सुनील गुलाटी वर्तमान में अमेरिकी फुटबॉल महासंघ (यूएसएसएफ) के प्रमुख हैं और उन्हें ही टीम के शानदार प्रदर्शन का श्रेय दिया जा रहा है।
अमेरिकी फुटबॉल टीम ने इस विश्व कप के ग्रुप मुकाबले में इंग्लैंड के खिलाफ 1.1 से और स्लोवेनिया से 2.2 से ड्रॉ खेले और फिर अंतिम लीग मुकाबले में अल्जीरिया को 1.0 से हराकर अंतिम 16 में जगह बनाई। टूर्नामेंट से पहले माना जा रहा था कि अमेरिकी टीम का प्री. क्वार्टरफाइनल में पहुँचना काफी मुश्किल होगा।
गुलाटी ने अपना पदभार संभालने के बाद बेसबॉल के लिए प्रसिद्ध इस देश में ने केवल फुटबॉल की लोकप्रियता बढ़ाने के लिए सही रणनीति बनाई बल्कि टीम को भी जीत के लिए प्रोत्साहित किया।
विश्व कप मे अमेरिका के शानदार प्रदर्शन की धमक वाइट हाउस तक पहुँची जहाँ अफगानिस्तान जैसे गंभीर मुद्दों पर विचार-विमर्श करते हुए राष्ट्रपति बराक ओबामा अपनी टीम के गोल पर ‘चियर’ करना नहीं भूले। गुलाटी का जन्म 30 जुलाई 1959 मे इलाहाबाद में हुआ था और उन्हें अमेरिका में ‘फुटबाल फीवर’ का पूरा श्रेय दिया जा रहा है।
गुलाटी नेब्रास्का में फुटबॉल खेलते हुए बढ़े हुए। वह छह साल के लिए यूएसएसएफ के उपाध्यक्ष बने और उन्होंने मार्च 2006 में इस महासंघ के अध्यक्ष का पदभार संभाला। इस साल फरवरी में उन्हें सर्वसम्मति से पुन: अध्यक्ष चुना गया।
अमेरिकी फुटबॉल महासंघ के पूर्व अध्यक्ष एलन रोथनबर्ग ने कहा कि गुलाटी को ही इस देश में फुटबॉल के विकास के लिए पूरा श्रेय जाता है। (भाषा)