छठे वनडे मैच का आँखों देखा हाल
नेटवेस्ट सिरीज में क्रिकेट की असली जंग
भारत ने छठा वनडे मैच बेहद रोमांचक स्थिति में 2 विकेट से जीत लिया है। रॉबिन उथप्पा इस जीत के नायक रहे और उन्होंने 33 गेंदों पर 8 चौकों के साथ नाबाद 47 रनों की पारी खेली। भारत ने 49.4 ओवर में जीत के लिए आवश्यक 317 रन बना डाले। रॉबिन ने विजयी चौका लगाया। लंदन के ओवल पर रॉबिन द्वारा खेली गई यह सनसनीखेज पारी हमेशा दिल में बसी रहेगी। जैसे ही भारत मैच जीता, वैसे ही गेंदबाजी में 'खलनायक' बन चुके युवराजसिंह ने मैदान में लंबी दौड़ लगाई और मैच के 'हीरो' रॉबिन को गले लगाकर बधाई दी। लग रहा था मानो युवी के कलंक को रॉबिन ने धो दिया हो। सचिन तेंडुलकर को 94 रनों की पारी खेलने का तोहफा 'मैन ऑफ द मैच' के रूप में मिला। ओवल मैदान पर भारतीय समर्थकों का जोश देखते ही बनता था। इस विजय ने न केवल भारत को संजीवनी प्रदान की, बल्कि सिरीज के अंतिम मैच में भी जोश के साथ खेलने की ऊर्जा दी। दोनों देशों के बीच सातवाँ वनडे मैच 8 सितम्बर को लॉर्ड्स के एेतिहासिक मैदान पर खेला जाएगा। हम लॉर्ड्स से अंतिम मैच की पल-पल की जानकारी देने के लिए दोबारा उपस्थित होंगे। आपके सहयोग के लिए तहेदिल से शुक्रिया। इसमें कोई शक नहीं कि इस मैच ने क्रिकेट के रोमांच की पराकाष्ठा को स्पर्श किया। जैसे-जैसे वक्त गुजरता गया, वैसे-वैसे यह रोमांच अपने चरम पर पहुँचता चला गया। रॉबिन उथप्पा की प्रशंसा करना होगी कि दबाव में उन्होंने हार नहीं मानी और वे टीम को जीत दिलाकर ही मैदान से वापस लौटे। इस मैच में कुल 100 ओवरों में 633 रन बने और कुल 14 विकेट गिरे। ओवल पर आज एक इतिहास भी रचा गया। भारत ऐसी पहली टीम बन गई जिसने 317 रन चेज करते हुए जीत हासिल की। इसके पहले का स्कोर 265 रन रहा है। सचिन और सौरव की सलामी जोड़ी ने 150 रन की भागीदारी निभाई, जिसने जीत के लिए एक मजबूत नींव रखी। भारत ने जल्दी-जल्दी तीन विकेट गँवाए। 209 रनों पर तीसरा विकेट युवराज (18) का गिरा, जिन्हें मैस्करेंनस ने अपनी ही गेंद पर लपका। युवराज ड्रेसिंग रूम में पैड्स भी नहीं उतार पाए थे कि औवेंस शाह ने राहुल द्रविड़ को 4 रन पर कॉलिंगवुड के हाथों झिलवा डाला।234
रनों पर भारत का पाँचवाँ विकेट आउट हुआ। मैस्करेंनस की गेंद पर छक्का लगाने के प्रयास में वे मोंटी पानेसर को कैच दे बैठे। बाद में धोनी 35, आगरकर 1 और जहीर शून्य पर पैवेलियन लौटे। इंग्लैंड की ओर से ब्रॉड और मैस्करेंनस ने 2-2 विकेट अपनी झोली में डाले। गांगुली-सचिन के बीच 150 रनों की भागीदारी : भारत ने पहला विकेट गांगुली के रूप मे खोया। ब्रॉड की गेंद को ऊँचा उठाने के प्रयास में वे पीटरसन के हाथों लपके गए। गांगुली ने 53 रनों में 60 गेंदों का सामना किया और 7 चौके के अलावा 1 छक्का भी उड़ाया। 156 के कुल स्कोर पर सचिन तेंडुलकर मोंटी पानेसर का शिकार हुए। सचिन ने 94 रनों में 81 गेंदों का सामना किया और 1 छक्के समेत 16 चौके लगाए। सचिन अब वनडे में इंजमाम के 83 अर्धशतकों की बराबरी पर पहुँच गए हैं। युवा ब्रॉड को गांगुली का जवाब : नौवें ओवर में युवा गेंदबाज ब्रॉड का गर्म खून उबाले ले रहा था और अति उत्साह में उन्होंने कोलकाता के प्रिंस की जिंदादिली को ललकारा जो उन्हें महँगा पड़ा। ब्रॉड ने मैदान पर गांगुली को कुछ अपशब्द कहे, जिसका जवाब गांगुली ने ब्रॉड के ओवर में छक्का लगाकर दिया।गांगुली ने जब वनडे में खेलना शुरू किया था तब ब्रॉड अपनी माँ की गोद में खेल रहे होंगे। उन्हें इतने सीनियर खिलाड़ी के साथ इस तरह का बर्ताब नहीं करना चाहिए। इससे तो वे अपने पिता पूर्व टेस्ट क्रिकेटर क्रिस ब्रॉड का नाम खराब कर रहे हैं। लगता है वे बचपन में अच्छे संस्कारों से महरूम रहे हैं। इससे पूर्व इंग्लैड ने 6 विकेट खोकर 316 रन बनाए थे। युवराज सिंह के 50वें ओवर में मैस्करेंनस ने अंतिम 5 गेंदों पर पाँच छक्के लगाए और जीवनभर के लिए उन्हें सबक दे डाला। क्रिकेट इतिहास में भारतीय गेंदबाजी की इससे पहले इतनी बुरी गत कभी नहीं देखी गई। दुर्भाग्य देखिए कि टीम इंडिया कितनी दयनीय स्थिति में रही कि उसे अंतिम ओवर युवराज से फिंकवाना पड़ा। मेजबान टीम की पारी में औवेंस शाह 95 गेंदों पर 11 चौकों व 2 छक्कों के साथ 107 तथा मैस्करेंनस मात्र 17 गेंदों में 5 छक्कों के साथ 31 रनों पर नाबाद रहे। मैस्करेंनस ने चौथे वनडे में भी 5 छ्क्के उड़ाए थे। शाह और मैस्करेंनस के बीच केवल 34 गेंदों में 73 रन की अविजित साझेदारी निभाई गई, जबकि अंतिम 5 ओवर में 71 रन बने। 22
साल के राइट ने मैदान पर तबाही मचाते हुए 39 गेंदों में 7 चौकों और 1 छक्के की तेज पारी खेली। जहीर खान की गेंद पर वे रॉबिन उथप्पा द्वारा रन आउट हुए। उथप्पा ने उन्हें डायरेक्ट थ्रो पर आउट किया। भारत के साथ यही दिक्कत है कि वह दबाव तो जरूर बना लेता है, लेकिन बाद में उसका फायदा नहीं उठाता। अब आप यहीं देखिए कि इंग्लैंड का पाँचवाँ विकेट 137 पर गिरा था, लेकिन उसके बाद भारतीय गेंदबाज विकेट लेने के लिए तरस गए। औवेंस और शाह दोनों ही अंग्रेज बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजों पर भूखे शेर की तरह टूट पड़े। दोनों ने ही बेहतरीन क्रिकेट की नुमाइश पेश करते हुए समर्थकों को तालियाँ पीटने पर मजबूर किया। छठे विकेट की इस साझेदारी में 14 ओवर में 106 रन बने। इंग्लैंड ने छठा विकेट 243 पर राइट के रूप में खोया, लेकिन तब तक वे टीम को अच्छी स्थिति में पहुँचा चुके थे। भारत को दो बड़ी कामयाबी जल्दी-जल्दी मिली थीं। पहले बेल को चावला ने निशाना बनाया, जबकि अगले ही ओवर में कॉलिंगवुड (1) रन आउट हो गए। हालाँकि अंग्रेज कप्तान ने इसका विरोध जताकर अपनी झुँझलाहट जाहिर की, जबकि रिप्ले में साफ दिखाई दे रहा था कि धोनी ने जब उन्हें आउट किया, तब वे क्रीज से बाहर थे। 136
रनों के कुल स्कोर पर इंग्लैड ने पाँचवाँ विकेट खोया। युवराज के 31वें ओवर में पीटरसन ने स्ट्रोक खेला और एक रन लेने के बाद दूसरे रन के लिए भी दौड़ पड़े जबकि दूसरे छोर से औवेंस ने उन्हें मना किया। पीटरसन दौड़ते चले गए और दोनों बल्लेबाज एक ही छोर पर जमा हो गए। इस तरह पीटरसन को अपने विकेट की बलि देनी पड़ी। ऑन लाइन स्कोर कार्ड
इससे पूर्व चावला ने बेल 49 (59 गेंद 10 चौके) को बोल्ड करके स्टेडियम में जमा हजारों भारतीय क्रिकेट दीवानों का दिल खुश कर दिया है। बेल क्रॉस बैट खेलने गए और पूरी तरह चूक गए। नतीजा सबके सामने था। यह जश्न मनाया ही जा रहा था कि इंग्लिश कप्तान कॉलिंगवुड ने पैवेलियन लौटकर इसे दोगुना कर दिया।
भारत इस वक्त काफी मजबूत स्थिति में पहुँच गया है। गेंद काफी टर्न ले रही थी और कल राहुल द्रविड़ ने भी कहा था कि मुझे भरोसा है कि यहाँ हमारे स्पिनर करिश्मा दिखाएँगे। वैसे ओवल पर आज भारतीय क्षेत्ररक्षक भी कमाल का प्रदर्शन कर रहे हैं और हर जान लगाकर स्ट्रोक्स रोक रहे हैं। धूप खिली हुई है और कहीं कहीं बादलों का भी डेरा है।
भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ छठे एकदिवसीय मैच काफी जानदार शुरुआत की है। सही मायने में सात मैचों की सिरीज के अंर्तगत आज क्रिकेट की सबसे बड़ी जंग प्रारंभ हो चुकी है। इंग्लैंड सिरीज में 3-2 से आगे है और भारत की कोशिश होगी कि इस मैच को जीतकर वह 3-3 की बराबरी कर ले।
बहरहाल, इस मैच में जहीर खान ने पहले ही ओवर में विकेट निकालकर द्रविड़ के चेहरे पर मुस्कराहट ला दी है। जहीर पहले ओवर की दूसरी ही गेंद पर सलामी बल्लेबाज कुक को अपना शिकार बनाया।
इससे पूर्व मेजबान टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन जहीर ने अपनी आग बरसाती गेंद पर कुक को आउट लेकर उनके फैसले को नाकारा साबित कर दिया।
कुक और इंग्लैंड टीम का जब खाता भी नहीं खुला था, तब जहीर की गेंद बल्ले का किनारा लेती हुई धोनी के दस्तानों में समा गई। कुक खड़े-खड़े खेलने गए थे, जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा।
इंग्लैड ने 20 रनों पर दूसरा विकेट भी खो दिया। प्रायर को अजीत आगरकर ने 6 रनों के निजी स्कोर पर पगबाधा आउट किया। इंग्लैड इस समय बहुत मुश्किल स्थिति में फँस चुका है।
भारतीय टीम में एक परिवर्तन किया गया है। दिनेश कार्तिक के स्थान पर बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा को शामिल किया गया है। इंग्लैंड की टीम इस मैच में अपने दो प्रमुख खिलाड़ियों एंड्रयू फ्लिंटॉफ और रवि बोपारा के बगैर मैदान में उतरी है। जाहिर है कि राहुल की सेना इनकी अनुपस्थिति का भरपूर लाभ उठाने की कोशिश करेगी।
ओवल का अतीत : इस मैदान पर इंग्लैंड ने 27 मैच खेले हैं, जिसमें से उसने 16 जीते, 10 हारे और 1 मैच टाई रहा। भारत ने इस मैदान पर इस मैच से पहले कुल 9 मैच खेले, 2 में उसे जीत और 6 में हार मिली है, जबकि एक मैच टाई रहा।
ओवल और सचिन तेंडुलकर : ओवल पर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर ने कुल 4 मैचों में शिरकत की और कुल 115 रन बटोरे, जो किसी भी भारतीय द्वारा सर्वाधिक रन है। यहाँ पर उनका उच्चतम स्कोर 49 रन रहा है। भारत की तरफ से ओवल पर एकमात्र शतक अजय जडेजा के नाम रहा है।
भारत दुनिया का तीसरा देश बना : ओवल के इस मैदान पर आज भारत एक दिवसीय क्रिकेट इतिहास का 659वाँ मैच खेल रहा है। इसके साथ ही उसने ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान की बराबरी कर ली है। सबसे पहले ऑस्ट्रेलिया ने और इसके बाद पाकिस्तान 659 वनडे मैच खेल चुका है।