ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर एंड्रयू साइमंड्स ने दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच के तीसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद आज भारतीय ऑफ स्पिनर हरभजनसिंह पर नस्लीय टिप्पणी करने का आरोप लगाया। इस गंभीर आरोप से दोनों टीमों के बीच और कड़वाहट आ सकती है।
दूसरे क्रिकेट टेस्ट के तीसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद रिकी पोंटिंग से सलाह करने के बाद मार्क बेनसन और स्टीव बकनर ने हरभजन के खिलाफ आरोप दर्ज कर लिया है। हरभजन ने क्या टिप्पणी की उसकी सही जानकारी अभी तक नहीं मिली है, लेकिन भारतीय टीम के मैनेजर ने पुष्टि की कि शनिवार को एक सुनवाई होगी।
दोनों खिलाड़ियों के बीच पिच पर शाब्दिक जंग हुई थी। अक्टूबर में भारत में हुई पिछली श्रृंखला के दौरान से ही इन दोनों के बीच का शब्दों का युद्ध चला आ रहा है। जब इन दोनों के बीच बहस चल रही थी तब सचिन तेंडुलकर और मैथ्यू हेडन वहाँ पर मौजूद थे और अंपायर बेनसन ने इन दोनों को शांत किया था।
हरभजन पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की आचार संहिता के नियम 3.3 के तहत आरोप दर्ज किया गया है। इसके अनुसार दूसरे व्यक्ति की नस्ल, धर्म, लिंग, रंग, खानदान और राष्ट्रीयता या जातीय उत्पत्ति के आधार पर उसके लिए ऐसी भाषा या इशारे का इस्तेमाल करना जो उसका अपमान शर्मिंदा डराए धमकाए निंदा और बदनाम करे।
दोनों क्रिकेटरों ने दूसरे टेस्ट में अब तक शानदार प्रदर्शन किया है। साइमंड्स ने 162 रन की नाबाद पारी खेली जबकि हरभजन ने ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में दो विकेट चटकाने के बाद 63 रन बनाए। तेंडुलकर उस समय हरभजन के साथ बल्लेबाजी कर रहे थे जब यह घटना हुई। उन्होंने इस मामले पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
तेंडुलकर ने कहा मुझे नहीं लगता कि यह कोई मामला है। दोनों टीमों के बीच प्रत्येक दिन कुछ शब्दों का आदान प्रदान तो चलता रहता है। उन्होंने कहा जहाँ तक मेरा विचार है मुझे नहीं लगता कि यह कोई बड़ा मामला है। जब तक खेल चलता रहता है और खिलाड़ी हद पार नहीं करते तब तक यह सब ठीक है।
तेंडुलकर ने कहा यह दर्शकों के लिए अच्छा है। कभी कभार आप हँसी मजाक भी करते हो। कभी-कभी यह मजाकिया भी होता है। यह पूछे जाने पर कि यह टिप्पणी मजाकिया थीं तो तेंडुलकर ने कहा इसमें दो एक चीजें थीं। यह दोस्ती के उपर थी।