ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग ने रविवार को अपने बल्लेबाजों को कहा कि अगर उन्हें मंगलवार को ब्रिसबेन में होने वाले त्रिकोणीय श्रृंखला के दूसरे फाइनल में जीत दर्ज करनी है तो उन्हें सचिन तेंडुलकर से सीख लेनी चाहिए।
भारत के हाथों मिली छह विकेट की शिकस्त के बाद पोंटिंग ने कहा कि मैं अपने बल्लेबाजों को तेंडुलकर की पारी दिखाना चाहता हूँ कि उन्होंने कैसे पारी आगे बढ़ाई। शुरू में उन्हें थोड़ी परेशानी हुई लेकिन एक बार नई गेंद से तालमेल बिठाने के बाद उन्होंने अपनी पारी की लय को बढ़ा दिया और खेल को खूबसूरत तरीके से नियंत्रित कर लिया।
उन्होंने कहा कि तेंडुलकर मैच की परिस्थिति को बेहतर ढंग से समझ लेते हैं। यही ऐसी चीज है जो हम चाहेंगे कि हमारे बल्लेबाज भी सीखें। एक बार वह क्रीज पर टिक जाएँ तो बड़ी पारी खेल सकते हैं।
पोंटिंग ने कहा कि ऐसा लगता है कि तेंडुलकर के लिए हमने जो रणनीति बनाई थी उसके बारे में वह समझ गए थे।
उन्होंने कहा- तेंडुलकर को पता है कि हम क्या करने की कोशिश कर रहे हैं। हमें उससे एक कदम आगे सोचना होगा।
पोंटिंग ने युवा रोहित शर्मा की तारीफों के पुल बाँधते हुए कहा कि उनका खेल शानदार था। वह बेहतरीन तरीके से स्ट्राइक बदलते रहे और इससे उन्होंने स्कोर बोर्ड को चलायमान रखा। वह काफी शांतचित्त और नियंत्रित दिखता है। तेंडुलकर के साथ उनकी साझेदारी मैच के बड़े क्षणों में से एक थी।
उन्होंने कहा कि गाबा में होने वाले अगले मैच के लिए उनकी टीम को प्रत्येक विभाग में बढ़िया प्रदर्शन करना होगा। पोंटिंग ने कहा- मुझे लगता है कि 29 फरवरी को हुए मेलबोर्न मैच में हम थोड़े धीमे पड़ गए। हम फाइनल्स के लिए काफी रोमांचित थे। लेकिन आज हमने बल्ले, गेंद और क्षेत्ररक्षण में बढ़िया प्रदर्शन नहीं किया।
उन्होंने कहा वि हम फाइनल्स में अच्छा कर काफी गौरव महसूस करते हैं लेकिन आज ऐसा नहीं हुआ। पोंटिंग ने खुद अपनी बल्लेबाजी की असफलता के बारे में बताते हुए कहा कि उनकी टीम के आज अच्छा न कर पाने का यह भी एक कारण था।
उन्होंने कहा कि मैंने सत्र के शुरू के बजाय अंत में काफी मेहनत की है लेकिन मुझे इसका फायदा नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा- मुझे मिलाकर शीर्ष क्रम को आक्रामक प्रदर्शन करना चाहिए जो नहीं हुआ है। मैं इसकी जिम्मेदारी लेता हूँ।