भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला टेस्ट ड्रॉ
बेंगलुरु (वेबदुनिया न्यूज) , सोमवार, 13 अक्टूबर 2008 (20:06 IST)
भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सिरीज का पहला टेस्ट मैच आज ड्रॉ घोषित हुआ। इस मैच में मौसम ने खलनायक की भूमिका अदा की। पाँचवें और अंतिम दिन दो मर्तबा खराब रोशनी की वजह से रोकने के बाद जब तीसरी बार खराब रोशनी की बाधा आई, तब अंपायरों ने मैच को ड्रॉ घोषित कर डाला। भारत ने अपनी दूसरी पारी में 4 विकेट पर 177 रन बनाए। लक्ष्मण 42 और सौरव गांगुली 26 रन बनाकर नाबाद रहे। भारत जीत से 122 रन दूर रह गया। यह अलग बात है कि लक्ष्मण और गांगुली ने तेजी से खेलकर जीतने की कोशिश ही नहीं की। इससे पहले सुबह ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने टेस्ट मैच को जीतने के लिए 299 रनों का लक्ष्य रखा। कप्तान रिकी पोटिंग ने सुबह पहले सत्र में ही ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 6 विकेट पर 228 रनों के स्कोर पर घोषित कर दी।भारत की दूसरी पारी की शुरुआत खराब रही। भारत ने वीरेन्द्र सहवाग ( 9 गेंदों पर 6 रन) का विकेट जल्दी ही गँवा दिया। सहवाग को स्टूअर्ट क्लार्क की गेंद पर हैडन ने स्लिप में लपका। सहवाग इससे ठीक एक गेंद पहले ही आउट हो जाते, लेकिन विकेटकीपर हैडिन ने आसान लड्डू टपका दिया। भारत का पहला विकेट 16 रन पर पैवेलियन लौटा। भारत का स्कोर 24 रन पर पहुँचा ही था कि ब्रेट ली की गेंद पर राहुल द्रविड़ (5) शॉर्ट मिडविकेट पर पोंटिंग के दर्शनीय कैच का शिकार हो गए। पोंटिंग ने हवा में गोता लगाते हुए यह कैच लपका और दर्शकों की दाद बटोरी। भारत का तीसरा विकेट गौतम गंभीर के रूप में पैवेलियन लौटा। उन्हें मिशेल जॉनसन ने बोल्ड कर दिया। सचिन और गंभीर के बीच 53 रनों की भागीदारी निभाई गई। गंभीर ने 29 रनों का योगदान किया।एक समय भारत 77 रनों पर तीन प्रमुख विकेट खो चुका था, लेकिन सचिन तेंडुलकर (49) और वीवीएस लक्ष्मण की ठोस पारी की बदौलत भारत ने मैच पर पकड़ बनाए रखी है। सचिन आज अपने टेस्ट करियर का 50वाँ अर्धशतक चूक गए। उन्हें कैमरून व्हाइट ने माइकल क्लार्क के हाथों कवर में कैच करवाया।ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 430 रन बनाए थे, जबकि भारत की पहली पारी 360 रनों पर ही सिमट गई थी। ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी के आधार पर 70 रनों की बढ़त मिली थी। पोंटिंग का साहसभरा फैसला : टेस्ट मैच को भी किस तरह रोमांचक बनाया जा सकता है, इसका पाठ ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पोंटिंग से सीखा जा सकता है। पोंटिंग ने टेस्ट मैच के अंतिम दिन भारत के सामने 299 रनों का लक्ष्य देकर एक साहसभरा फैसला किया, ताकि क्रिकेट का रोमांच कायम रह सके। पोंटिंग के स्थान पर भारतीय कप्तान होते तो पारी घोषित करने के बजाय पहले खुद को सुरक्षित करते, लेकिन पोंटिंग ने 6 विकेट पर 228 रनों की पारी घोषित कर दी। इससे पहले चिन्नास्वामी स्टेडियम की टूटती पिच पर सुबह ऑस्ट्रेलिया ने कल के स्कोर पाँच विकेट पर 193 रन से आगे खेलना शुरू किया। शेन वॉटसन (32) और ब्रेड हैडिन (28) कल के नाबाद बल्लेबाज थे। वॉटसन ने अपने पिछले स्कोर में 9 रन और जोड़े ही थे कि ईशांत शर्मा ने उन्हें 41 रनों पर बोल्ड कर दिया। वॉटसन और हैडिन ने छठे विकेट के लिए 75 रनों की भागीदारी निभाई। जब हैडिन 35 और कैमरून व्हाइट 18 रन के निजी स्कोर पर थे और ऑस्ट्रेलिया ने 6 विकेट पर 228 रन बनाए थे, तभी रिकी पोटिंग ने पारी की घोषणा कर दी। इसी के साथ भारत को जीत के लिए 299 रनों का लक्ष्य दिया है। भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट का ऑनलाइन स्कोरकार्ड