भारत ने ऑस्ट्रेलिया को चौथे टेस्ट मैच में 172 रन से हराकर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीत ली है। पिछली बार इस पर ऑस्ट्रेलिया का कब्जा था। भारत के लिए आज दोहरी खुशी का दिन है, क्योंकि इस जीत के साथ ही वह आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में दूसरे स्थान पर पहुँच गया है।
ऑस्ट्रेलिया को मैच जीतने के लिए 382 रनों का लक्ष्य मिला था, लेकिन पूरी टीम 209 रनों पर ही सिमट गई। भारत की तरफ से हरभजनसिंह ने 64 रन देकर 4 विकेट लिए, जबकि अमित मिश्रा ने 27 रन देकर 3 व ईशांत शर्मा ने 31 रन की कीमत पर 2 खिलाड़ियों को पैवेलियन पहुँचाया।
पदार्पण टेस्ट में 12 विकेट प्राप्त करने वाले ऑस्ट्रेलिया के जेसन क्रेजा को 'मैन ऑफ द मैच' और श्रृंखला में 15 विकेट लेने वाले ईशांत शर्मा को 'मैन ऑफ द सिरीज' घोषित किया गया। ईशांत को चमकीले प्रदर्शन के लिए चमचमाती हुई टोयोटा ऐल्टिस कार की चाबी दी गई।
नागपुर की सुबह बेहद नाटकीय रही। देखते ही देखते ऑस्ट्रेलिया के विकेट पतझड़ में सूखे पत्तों की तरह टपकने लगे, लेकिन बाद में 6 फीट 3 इंच ऊँचे मैथ्यू हैडन (77) ने बेहतरीन बल्लेबाजी करके ऑस्ट्रेलिया की आस जगाई, परन्तु हरभजन ने उन्हें पगबाधा आउट कर मैच के सारे सूत्र भारत की झोली में डाल दिए।
ऑस्ट्रेलिया ने पाँचवे दिन कल के स्कोर 13 रन से आगे खेलना प्रारंभ किया। कैटिच (16) ईशांत शर्मा की गेंद पर स्ट्रोक खेलने गए और गेंद खड़ी हो गई। धोनी ने लंबी दौड़ लगाकर आसान कैच लपक लिया।
ऑस्ट्रेलिया इस झटके से उबर भी नहीं पाया था कि जहीर खान की गेंद पर रन लेने लपके कप्तान रिकी पोटिंग को नॉन स्ट्राइक एंड पर अमित मिश्रा ने सटीक थ्रो पर रन आउट कर दिया। पोटिंग 8 रन ही बना सके।
ऑस्ट्रेलिया का स्कोर जब 82 पर पहुँचा, तब ईशांत शर्मा की गेंद माइकल क्लार्क (22) के बल्ले का ऊपरी किनारा लेते हुए धोनी के दस्तानों में समा गई। इस तरह ऑस्ट्रेलिया का तीसरा विकेट पैवेलियन लौटा।
हैडन और हसी ऑस्ट्रेलिया को एक मजबूत स्कोर की तरफ ले जा ही रहे थे कि बदलाव के रूप में आए अमित मिश्रा की गेंद पर माइकल हसी (19) को पहली स्लिप में खड़े राहुल द्रविड़ ने लपक लिया। गेंद में अतिरिक्त बाउंस था और हसी समझ ही नहीं पाए। ऑस्ट्रेलिया ने चौथा विकेट 150 के स्कोर पर खोया। हसी-हैडन में 68 रन की भागीदारी निभाई गई।
जब तक मैथ्यू हैडन जैसे धाकड़ बल्लेबाज क्रीज पर थे, तब तक पोटिंग के चेहरे पर कोई शिकन नहीं थी, लेकिन जैसे ही हरभजन ने उन्हें 77 रनों पर पगबाधा आउट किया, वैसे ही टेस्ट की दुनिया की बादशाह ऑस्ट्रेलियाई टीम ने हथियार डाल दिए।
अमित मिश्रा के रूप में भारत को एक शानदार स्पिनर मिला है, जो दूसरे छोर से हरभजन का भरपूर साथ दे रहे हैं। मिश्रा ने हैडिन (4) को सचिन के हाथों आउट करवाकर ऑस्ट्रेलिया का छठा विकेट ड्रेसिंग रूम की ओर भेजा।
हरभजन को एक और कामयाबी उस वक्त मिली, जब उन्होंने शेन वॉटसन (9) को विकेट के पीछे धोनी के दस्तानों में झिलवाया। इस तरह ऑस्ट्रेलिया का सातवाँ विकेट 178 रनों पर गिरा।
इसके बाद जल्दी-जल्दी ऑस्ट्रेलिया के 2 और विकेट पैवेलियन लौटे। अमित मिश्रा ने क्रेजा (4) को और हरभजन ने ब्रेट ली (0) को आउट किया। अपना अंतिम टेस्ट खेल रहे सौरव गांगुली ने जब फारवर्ड शॉर्ट लेग पर ब्रेट ली का कैच लपका तो उनकी खुशी देखते ही बनती थी।
अंतत: पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम 209 रनों पर सिमट गई और भारत ने यह मैच 172 रन से जीत लिया।
अंतिम स्कोर : भारत पहली पारी 441 और दूसरी पारी 295 रन। ऑस्ट्रेलिया पहली पारी 355 और दूसरी पारी 209 रन