विश्व चैम्पियन भारत ने मंगलवार को एक बार फिर ट्वेंटी-20 क्रिकेट में अपनी बादशाहत बरकरार रखते हुए चमत्कारिक ढंग से श्रीलंका को तीन विकेट से हरा दिया। इरफान पठान (नाबाद 33) और यूसुफ पठान (नाबाद 22) ने 25 गेंदों में 59 रन की अविजित साझेदारी निभाकर श्रीलंका के मुँह से जीत का निवाला छीन लिया। भारत ने 19.2 ओवर में 174 रन बना डाले। लंका ने 4 विकेट पर 171 रन बनाए थे।
श्रीलंका की पारी में कप्तान दिलशान के 61 और जयसूर्या के 33 के अलावा चामरा सिल्वा (नाबाद 21) और वीररत्ने (नाबाद 10) ने उल्लेखनीय भूमिका अदा की थी, लेकिन लंकाई बल्लेबाजों की मेहनत पर पठान बंधुओं ने पानी फेर दिया। इरफरान ने 16 गेंदों में 2 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 33 तथा यूसुफ ने 10 गेंदों में 1 चौके व 2 छक्कों की मदद से 22 रन बनाए।
युवराजसिंह को टूर्नामेंट के सबसे ग्लैमरस खिलाड़ी का पुरस्कार दिया गया, जबकि यूसुफ पठान मैन ऑफ द मैच रहे। वैसे भारतीय पारी की शुरुआत बेहद निराशाजनक ढंग से हुई। लसित मलिंगा के पहले ही ओवर की अंतिम गेंद पर वीरेन्द्र सहवाग (1) कपुगेदरा के सटीक थ्रो पर रन आउट हो गए। तुषारा के अगले ही ओवर की पहली ही गेंद पर गौतम गंभीर का कैच लपकने में वीररत्ने ने कोई गलती नहीं की। इस तरह 1.1 ओवर में भारत दो कीमती विकेट खो चुका था।
युवराजसिंह जब 3 चौकों और 2 छक्कों के साथ 21 गेंदों पर 32 रन बनाए थे, मुबारक की गेंद पर दिलशान ने लपक लिया। सुरेश रैना (35) को बंडारा की गेंद पर इंदिका डि सराम ने लपका। धोनी को बंडारा ने 13 रन पर बोल्ड करके भारत पर हार का खतरा और गहरा कर दिया था, लेकिन किसे पता था कि मैच का पटाक्षेप कुछ अलग ढंग से होगा।
भारत ने जल्दी-जल्दी 2 विकेट गँवाए। रोहित शर्मा (13) जयसूर्या की गेंद पर छक्का लगाने के प्रयास में मुबारक को कैच थमा बैठे, जबकि रविन्दर जडेजा (5) बंडारा की गेंद पर बोल्ड हो गए।
इससे पूर्व डे-नाइट के इस मैच में श्रीलंका के कप्तान तिलकरत्ने दिलशान ने सिक्का जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी। श्रीलंकाई पारी की शुरुआत सनथ जयसूर्या और दिलशान ने की। जहीर खान के पहले ही ओवर में दिलशान को दो जीवनदान मिले। पहले अंपायर ने उन्हें पगबाधा आउट देने से नकार दिया तो इरफान पठान ने सीमा रेखा पर आसान लड्डू टपकाया।
सनथ जयसूर्या 17 गेंदों पर 3 चौकों व 2 छक्कों की मदद से 33 रन पर इरफान पठान की गेंद पर ईशांत शर्मा के हाथों लपके गए। ईशांत को यह कैच लपकने के लिए काफी ऊँचा उछलना पड़ा और एक मायने से यह कैच उनके हाथों में फँस गया।
इस तरह श्रीलंका ने पहला विकेट (जयसूर्या के रूप में) छठे ओवर में 59 के स्कोर पर गँवाया। इरफान पठान को पहले ही ओवर में एक बड़ी कामयाबी हासिल हुई, वरना जयसूर्या कुछ ओर देर टिक जाते तो भारत के लिए मुश्किल पैदा कर देते।
श्रीलंका ने 12वे ओवर में दूसरा विकेट मुबारक (13) का गँवाया, जिन्हें यूसुफ पठान ने अपनी ही गेंद पर लपक लिया। 107 रनों के कुल स्कोर पर कपुगेदरा (16) भी यूसुफ पठान का शिकार बन गए। कपुगेदरा का कैच लपकने में सहवाग ने कोई गलती नहीं की।
कप्तान दिलशान शानदार अर्धशतक लगाने के बाद ईशांत शर्मा की गेंद पर सुरेश रैना द्वारा लपके गए। हालाँकि ईशांत ने इस ओवर में कुल 17 रन लुटाए। दिलशान ने 48 गेंदों में 7 चौके और एक छक्का लगाने के बाद 61 रन बनाकर पैवेलियन लौटे। इसके बाद मेजबान टीम ने कोई नुकसान नहीं उठाया और चामरा सिल्वा (नाबाद 21) और वीररत्ने (नाबाद 10) के बलबूते पर 20 ओवर में 171 रन बनाए।
बीच के ओवरों में भारतीय गेंदबाजी लचर रही, जिसका फायदा लंकाई कप्तान ने उठाया। दिलशान ने शानदार पारी खेली और अर्धशतक जमाया।
इस मैच में श्रीलंका के कई सितारे मौजूद नहीं थे। श्रीलंका ने नियमित कप्तान महेला जयवर्धने, उपकप्तान कुमार संगकारा, स्पिनर मुथैया मुरलीधरन और अजंता मेंडिस को आराम देने का फैसला किया। दूसरी तरफ भारतीय क्रिकेट टीम ने एकमात्र परिवर्तन करते हुए लक्ष्मीपति बालाजी की जगह जहीर खान को मैदान में उतारने का निर्णय लिया।