मुंबई। शेयर बाजारों में पिछले 6 सत्रों से जारी तेजी पर मंगलवार को विराम लग गया और बीएसई सेंसेक्स तथा एनएसई निफ्टी दोनों मामूली गिरावट के साथ बंद हुए। सूचना प्रौद्योगिकी, दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों (एफएमसीजी) और वाहन कंपनियों के शेयरों में मुनाफावसूली के बीच यह हल्की गिरावट आई।
तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स एक समय 487 अंक मजबूत होकर 51,835.86 अंक के उच्चतम स्तर तक चला गया था, लेकिन बाद में तेजी बरकरार नहीं रही और अंत में यह 19.69 अंक यानी 0.04 प्रतिशत की गिरावट के साथ 51,329.08 अंक पर बंद हुआ।
इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 6.50 अंक यानी 0.04 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 15,109.30 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह रिकॉर्ड 15,257.10 अंक तक चला गया था। सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक नुकसान में महिंद्रा एंड महिंद्रा रही। इसमें करीब चार प्रतिशत की गिरावट आई।
नुकसान में रहने वाले अन्य शेयरों में बजाज फाइनेंस, आईटीसी, सन फार्मा, बजाज ऑटो, बजाज फिनसर्व और टीसीएस शामिल हैं। दूसरी तरफ, लाभ में रहने वाले शेयरों में एशियन पेंट्स, ओएनजीसी, टाइटन, एल एंड टी और एक्सिस बैंक शामिल हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, घरेलू शेयर बाजारों में कारोबार के दौरान ज्यादातर समय तेजी रही। हालांकि कारोबार खत्म होने से पहले उतार-चढ़ाव आया और मुनाफावसूली की गई। रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीतिक प्रमुख विनोद मोदी ने कहा कि व्यापक स्तर पर तेजी नहीं देखी गई।
कुछ बड़ी कंपनियों के शेयरों में तेजी से बाजार को समर्थन मिला। मझोली व छोटी कंपनियों के शेयरों का प्रदर्शन कमतर रहा और वित्तीय कंपनियों को छोड़कर ज्यादातर प्रमुख खंडवार सूचकांक नुकसान में रहे। एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई कंपोजिट इंडेक्स, हांगकांग का हैंगसेंग और जापान का निक्की लाभ में, जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी नुकसान में रहा।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा। इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.40 प्रतिशत बढ़त के साथ 60.94 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।(भाषा)