मुंबई। अमेरिका में ब्याज दरों में बढ़ोतरी की उम्मीद और सीरिया पर अमेरिका के हमले की खबर से वैश्विक बाजार में हुई भारी बिकवाली का असर शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजार पर भी दिखा, जिससे घरेलू स्तर पर करीब 4 फ़ीसदी की गिरावट देखी गई। इससे बीएसई का सेंसेक्स 1939.32 अंक गिरकर 50 हजार अंक के स्तर से नीचे 49099.99 अंक पर आ गया और एनएसई का निफ्टी भी 568.26 अंक फिसल कर 14529.15 अंक पर रहा।
गुरुवार को अमेरिकी बाजारों में भारी गिरावट देखी गई। अमेरिकी वॉल स्ट्रीट बाजार का मेन इंडेक्स भरभरा
गया। असल में अमेरिका के ट्रेजरी बॉन्ड के यील्ड में भारी बढ़त हुई है, जिससे वहां ब्याज दरें बढ़ने के आसार
बने हैं, इसकी चिंता में शेयर बाजार टूटा। अमेरिकी बाजार में टेक्नोलॉजी शेयर काफी टूट गए।
इसके असर से शुक्रवार को एशियाई और ऑस्ट्रेलिया के शेयर बाजारों में भी भारी गिरावट देखी गई। जापान का निक्केई 3.99 फीसदी, हांगकांग का हैंग संग 3.64 प्रतिशत, चीन का शंघाई कंपोजिट 2.12 फीसदी टूट गया। यूरोपीय बाजार भी लाल निशान में खुले। इसके बाद सीरिया पर अमेरिकी एयरस्ट्राइक की खबरों से तो बाजार बिल्कुल पस्त ही हो गया।
कमजोर अंतरराष्ट्रीय संकेतों की वजह से हफ्ते के अंतिम दिन शेयर बाजार में जबरदस्त गिरावट रही है। सुबह बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 783 अंकों की गिरावट के साथ 50,256.71 पर खुला। शुरुआत में ही यह 50400.31अंक के उच्चतम स्तर तक चढ़ा लेकिन बाद में शेयर बाजार की गिरावट बढ़ने लगी।
अमेरिका द्वारा सीरिया पर बमबारी की खबर से दोपहर के बाद गिरावट बढ़ती चली गई और 49 हजार अंक के स्तर से नीचे 48890.48अंक के निचले स्तर तक फिसल गया। अंत में यह पिछले दिवस के 51039.31अंक को तुलना में 1939.32अंक यानी 3.80 प्रतिशत गिरकर 49099.99 अंक पर आ गया।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 209 अंकों की गिरावट के साथ 14,888.60 अंक पर खुला। खुलते ही यह 14919.45 अंक के स्तर तक चढ़ा, लेकिन बिकवाली का दबाव बनने से यह 14467.75 अंक के निचले स्तर तक टूट गया। अंत में यह पिछले दिन के 15097.35 अंक की तुलना में 568.26 अंक यानी 3.76 फीसदी गिरकर 14529.15 अंक पर रहा। निफ्टी में शामिल सभी कंपनियां लाल निशान में रही।