मुंबई। बीएसई सेंसेक्स वर्ष 2021 के आखिरी कारोबारी दिवस पर शुक्रवार को 459 अंक उछलकर 58,253.82 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 150.10 अंक यानी 0.87 प्रतिशत की बढ़त के साथ 17,354.05 अंक पर रहा। मारुति, भारतीय स्टेट बैंक और बजाज फाइनेंस में तेजी के साथ बाजार लाभ में रहा।
तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 459.50 अंक यानी 0.80 प्रतिशत उछलकर 58,253.82 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 150.10 अंक यानी 0.87 प्रतिशत की बढ़त के साथ 17,354.05 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में 3.5 प्रतिशत की तेजी के साथ सर्वाधिक लाभ में टाइटन रही। इसके अलावा कोटक बैंक, एसबीआई, मारुति सुजुकी, बजाज फाइनेंस, एचयूएल, एक्सिस बैंक और सन फार्मा लाभ में रहे। दूसरी तरफ गिरावट वाले शेयरों में एनटीपीसी, टेक महिंद्रा, पावरग्रिड और इन्फोसिस शामिल हैं।
हांगकांग का हैंगसेंग 1.24 प्रतिशत जबकि चीन में शंघाई कंपोजिट सूचकांक 0.57 प्रतिशत लाभ में रहे। जापान और दक्षिण कोरिया के शेयर बाजार शुक्रवार को बंद रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर कारोबार में गिरावट का रुख देखा गया।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी धीरज रेल्ली ने कहा, इस साल की शुरुआत में दुनिया कोविड महामारी से उबरी लेकिन मार्च में फिर से महामारी फैली। हालांकि निफ्टी अक्टूबर तक मजबूत होता रहा और उसके बाद इसमें कुछ सुधार आया।
वैश्विक स्तर पर और भारत में जीडीपी के अनुपात में बाजार पूंजीकरण उच्च स्तर पर पहुंच गया। इसका कारण बड़े स्तर पर नकदी प्रवाह, कम ब्याज दर, स्थिति जल्द सामान्य होने की उम्मीद तथा अन्य निवेश के विकल्पों के मामले में कम प्राप्ति थी।
उन्होंने कहा कि नए साल 2022 में मौद्रिक नीति सामान्य होगी और निवेशक वित्तीय बाजारों से कुछ कम रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं। केंद्रीय बैंक नीतिगत दर बढ़ाना शुरू करेंगे। रेल्ली ने कहा, वर्ष 2021 में शानदार प्रदर्शन के बाद भारत में शेयरों के मूल्यांकन को लेकर निवेशक सतर्क हो सकते हैं।
भारतीय शेयरों के समक्ष कई चुनौतियां हैं जिसमें अमेरिका में ब्याज दर का चक्र, तेल की कीमतों में तेजी, कुछ प्रमुख राज्यों में चुनाव, कोविड महामारी की तीसरी लहर की आशंका, देश में ब्याज दर में तेजी की आशंका शामिल हैं।
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.43 प्रतिशत फिसलकर 79.19 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। शेयर बाजार में उपलब्ध आंकड़े के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने बृहस्पतिवार को 986.32 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर बेचे।(भाषा)