मुंबई। नए वित्त वर्ष के पहले दिन शेयर बाजार की शुरुआत शानदार रही। विदेशी संस्थागत निवेशकों की लिवाली के बीच एचडीएफसी लि., रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसे शेयरों में तेजी के साथ बीएसई सेंसेक्स ने 708 अंक से अधिक उछलकर 59 हजार के स्तर को फिर से प्राप्त कर लिया।
तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 708.18 अंक यानी 1.21 प्रतिशत उछलकर 59,276.69 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 828.11 अंक यानी 1.41 प्रतिशत बढ़कर 59,396.62 तक चला गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 205.70 अंक यानी 1.18 प्रतिशत चढ़कर 17,670.45 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के तीस शेयरों में से एनटीपीसी, पावरग्रिड, इंडसइंड बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, एचडीएफसी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एचडीएफसी बैंक, बजाज फाइनेंस और एक्सिस बैंक प्रमुख रूप से लाभ में रहे। इसके उलट, टेक महिंद्रा, सन फार्मा, डॉ. रेड्डीज, टाइटन और इंफोसिस नुकसान में रहे।
कोटक सिक्योरिटीज लि. के इक्विटी शोध प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा, घरेलू शेयर बाजार ने इस सप्ताह सकारात्मक रिटर्न दिए। रूस-यूक्रेन बातचीत में प्रगति के बीच वैश्विक स्तर पर भी इक्विटी बाजार मोटे तौर पर मजबूत रहे। दूसरी तरफ, जिंसों के दाम में कुछ सुधार हुआ। भारत में बाजार व्यापक स्तर पर लाभ में रहा। ज्यादातर खंडवार सूचकांक सकारात्मक दायरे में रहे।
उन्होंने कहा, इस सप्ताह कच्चे तेल के दाम में सुधार आया और यह आयात पर निर्भर भारत जैसे देशों के लिए सकारात्मक है। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की नुकसान में, जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट सूचकांक और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में रहे।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर कारोबार में तेजी का रुख था। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.22 प्रतिशत बढ़कर 104.94 डॉलर प्रति बैरल रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक शुद्ध लिवाल रहे।
उन्होंने बृहस्पतिवार को 3,088.73 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर खरीदे। पूरे वित्त वर्ष 2021-22 में बीएसई सेंसेक्स 9,059.36 अंक यानी 18.29 प्रतिशत और एनएसई निफ्टी 2,774.05 अंक यानी 18.88 प्रतिशत मजबूत हुए।
इस बीच, बृहस्पतिवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, कोयला, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद और सीमेंट उद्योग के बेहतर प्रदर्शन से आठ बुनियादी उद्योगों के उत्पादन में फरवरी में 5.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई। चार महीने में यह उच्च वृद्धि दर है।(भाषा)