मुंबई। घरेलू शेयर बाजारों में शुक्रवार को लगातार छठे दिन गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में 135 अंक टूटकर बंद हुआ। वहीं निफ्टी भी 67.10 अंक यानी 0.44 प्रतिशत की गिरावट के साथ 15,293.50 अंक पर बंद हुआ। वैश्विक स्तर पर मिलेजुले रुख के बीच विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी जारी रहने और कच्चे तेल के दाम में तेजी से बाजार नीचे आया।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 135.37 अंक यानी 0.26 प्रतिशत की गिरावट के साथ 51,360.42 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान मानक सूचकांक 574.57 अंक तक लुढ़क गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 67.10 अंक यानी 0.44 प्रतिशत की गिरावट के साथ 15,293.50 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स शेयरों में टाइटन, विप्रो, डॉ. रेड्डीज, एशियन पेंट्स, सन फार्मा, पावरग्रिड, लार्सन एंड टूब्रो, अल्ट्राटेक सीमेंट, मारुति, टीसीएस और हिंदुस्तान यूनिलीवर प्रमुख रूप से नुकसान में रहे। दूसरी तरफ, लाभ में रहने वाले शेयरों में बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, रिलायंस इंडस्ट्रीज और आईसीआईसीआई बैंक शामिल हैं।
एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में जबकि हांगकांग का हैंगसेंग और चीन में शंघाई कंपोजिट सूचकांक लाभ में रहे। यूरोपीय बाजारों में दोपहर कारोबार में तेजी का रुख था।
जियोजीत फानेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा, शेयर बाजार को जो चीजें प्रभावित कर रही हैं, उनमें वैश्विक स्तर पर मौद्रिक नीति को कड़ा किया जाना और उसके कारण आर्थिक नरमी की आशंका है।
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.96 प्रतिशत उछलकर 120.96 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने गुरुवार को 3,257.65 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर बेचे।(भाषा)